विभागीय तैयारियों न होने के कारण परिषदीय स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने का फैसला एक वर्ष के लिए टला।

विभागीय तैयारियों न होने के कारण परिषदीय स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने का फैसला एक वर्ष के लिए टला। 


लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में इस वर्ष भी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) पाठ्यक्रम लागू नहीं होगा। विभागीय स्तर पर तैयारी नहीं होने के कारण अब इसे शैक्षिक सत्र 2022-23 से लागू किया जा सकता है। इससे पहले सत्र 2021- 22 से कक्षा 1 में पाठ्यक्रम लागू करने की घोषणा की गई थी।


प्रदेश सरकार ने 2018 में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने को कहा था। इसके बाद 2019 और 2020 में भी इसे लागू नहीं किया जा सका । गत वर्ष बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री सतीश द्विवेदी ने कहा था कि शैक्षिक सत्र 2021 22 से 2025 26 तक कक्षा एक से आठवीं तक चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा लेकिन विभाग ने के अनुसार ने एनसीईआरटी के अनुसार पाठ्यपुस्तकें, कॉपीराइट और अन्य औपचारिकताएं पूरी नहीं होने के कारण अपना निर्णय बदल दिया है।


12 फरवरी को प्रस्तुतीकरण, 23 फरवरी को बदला आदेश

विभाग ने इसी सत्र से पाठ्यक्रम लागू करने के लिए 12 फरवरी को मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुतीकरण दिया था। इसके बाद 23 फरवरी को गुपचुप तरीके से पाठ्यक्रम लागू नहीं करने का आदेश जारी कर दिया।

किताबों का टेंडर भी पूरा नहीं
परिषदीय स्कूलों में नया शैक्षिक सत्र शुरू हो गया है, लेकिन अभी तक 1 करोड़ 60 लाख से अधिक बच्चों को पुस्तक वितरित करने के लिए टेंडर की दरों को शासन की मंजूरी नहीं मिली है। मंजूरी के बाद पाठ्यपुस्तकें प्रकाशित कर वितरित करने में दो से तीन महीने लगेंगे।


एनसीईआरटी पाठ्यक्रम एक वर्ष के लिए स्थगित कर दिया गया है। पाठ्य पुस्तक प्रकाशन की दरों को अनुमोदन का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। - विजय किरन आनंद, महानिदेशक स्कूल शिक्षा
विभागीय तैयारियों न होने के कारण परिषदीय स्कूलों में एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू करने का फैसला एक वर्ष के लिए टला। Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 6:50 AM Rating: 5

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