अब गणित की एक ही किताब :
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित जूनियर हाईस्कूलों में बच्चों की पढ़ाई का टेंशन कम करने के लिए अब गणित की दो किताबों की जगह केवल एक ही किताब से पढ़ाई कराई जाएगी। बीते दिनों बेसिक शिक्षा परिषद की बैठक में इस पर अपनी सहमति दे दी है। नए शैक्षिक से इसे लागू करने की तैयारी है।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत बेसिक शिक्षा परिषद के प्राथमिक, उच्च प्राथमिक विालयों के अलावा राजकीय, सहायता प्राप्त एवं समाज कल्याण के विालयों तथा मदरसों के तकरीबन एक करोड़ 90 लाख बच्चों को निशुल्क किताबें दी जाती हैं। इनमें से कक्षा 6 से 8 तक के 60 लाख बच्चे इससे लाभांवित होते हैं। जूनियर विालयों में अभी तक 40 किताबें पढ़ाई जाती हैं। जिसमें कक्षा 6 से 8 तक गणित की दो-दो किताबें अंकगणित तथा बीज गणित व रेखागणित शामिल हैं। अक्सर देखा गया है कि अधिकतर बच्चे गणित विषय से दूर भागते हैं। इसलिए गणित को सरल तरीके सिखाने व बच्चों की टेंशन दूर करने के उद्देश्य से इस बार कक्षा 6 से 8 तक में दोनों किताबों को एक में ही मर्ज करते हुए कुछ अध्याय भी कम करने पर सहमति बनी है।
सूत्रों की मानें तो 430 पन्नों की जगह 396 पन्नों की किताब हो जाएगी। परिषद के इस फैसले से नए शैक्षिक सत्र में बच्चों को दी जाने वाली किताबों के तकरीबन 60 लाख कवर नहीं छापे जाएंगे जिससे सरकार को लभगग एक करोड़ की बजत होगी। आदेश जारी होने के बाद जल्द ही किताब छपाई की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
खबर साभार : डेली न्यूज एक्टिविस्ट
अब गणित की एक ही किताब :
Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी
on
7:59 AM
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3 comments:
Plz tell me more about the, bal gadna aparjit awkaash.
ये एक एक अच्छी खबर है।
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