जबर गुट का प्रांतीय अधिवेशन : वार्ता का आश्वासन ले लौटे शिक्षक

  • शिक्षा बिना विकास की कल्पना अधूरी : मुख्य अतिथि उवाच
लखनऊ (ब्यूरो)। परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को बौद्धिक के साथ सामाजिक ज्ञान भी देना जरूरी है। बौद्धिक ज्ञान से बच्चे आगे बढ़ते हैं और सामाजिक ज्ञान से उन्हें समाज के बारे में जानकारी मिलती है। यह बातें राज्य के कृषि मंत्री आनंद सिंह ने कहीं। वे शनिवार को कालीचरण महाविद्यालय में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अधिवेशन में बोल रहे थे।

उन्होंने कहा कि देश की 80 प्रतिशत आबादी गांवों में रहती है। इसलिए ग्रामीण विकास से ही देश को समृद्ध बनाया जा सकता है। बेसिक शिक्षा की इसमें महत्वपूर्ण भूमिका है। गांवों में रहने वाला व्यक्ति परिषदीय स्कूल में ही अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेजता है। इसलिए शिक्षकों को बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। पर्यटन मंत्री ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बहुत से काम किए गए हैं, पर शिक्षा की ज्योति के बिना विकास की कल्पना करना बेकार है। 

बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री योगेश प्रताप सिंह ने कहा कि बेसिक शिक्षा नींव है। प्रदेश में शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू किया जा चुका है। इसमें कक्षा 8 तक बच्चों को अनिवार्य शिक्षा देने की व्यवस्था की गई है। मनोरंजन कर राज्य मंत्री तेज नारायण पांडेय ने कहा कि समाज में हो रहे नैतिक पतन को शिक्षा से ही दूर किया जा सकता है। 

यहां उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष संजय कुमार मिश्रा व महामंत्री जबर सिंह यादव ने शिक्षकों की समस्याओं को रखा। इस पर उन्हें आश्वासन दिया गया कि 15 फरवरी के बाद उच्चाधिकारियों से वार्ता कराई जाएगी। 


खबर साभार : अमर उजाला

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जबर गुट का प्रांतीय अधिवेशन : वार्ता का आश्वासन ले लौटे शिक्षक Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 9:24 AM Rating: 5

5 comments:

Unknown said...

School me padai jruri hai but teacher hi nahi hai to padai kaise higi

munnadancer said...

Mritak Aasrit Walo ka kya hoga.
Kya Qualification ke aadhar par clerical e niyukti nahi mil sakti hai kya
07895003714

Unknown said...

Sir Mritak Aashrit walo ko pahle ki tarah Assit teacher ki niyukti de dijiye aur TET exam pass ker lene per trend vetan maan diya jaye. Shiksha Mirton ko GOVT without TET samayojan ker rahi hai to Mritak Aashriton ko Assit teacher ke post per niyukti kyun nahi aur TET exam pass ker lene per unko purn rup se asthayi ker dijiye...

Unknown said...

Thik kaha hai

Unknown said...

Mritak aarito ki niyukti bhi sarkar shikcha mitro ki tarah kar sakti hai aur sarkar ko bina kisi bhed bhaw ke samayojit karna chahiye

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