निदेशक के पत्र ने बताया सफाई कर्मियों का काम, पत्र में सफाईकर्मियों के कर्तव्यों और दायित्वों का उल्लेख, परिषदीय स्कूलों की बाहरी एवं भीतरी सफाई के निर्देश

फतेहपुर :  टीमस्वच्छ भारत मिशन को अमलीजामा पहनाने के लिए पंचायतीराज विभाग ने सफाईकर्मियों के नाम एक पत्र जारी किया है। इस पत्र के माध्यम से विभाग ने सफाई कर्मियों को उनके कर्तव्यों से न केवल रूबरू कराया है बल्कि उनकी सेवागत समस्याओं पर भी ध्यान देने का भरोसा दिया है। अब साफ सफाई की समीक्षा के लिए वाररूम स्थापित किए जाने का भी ऐलान किया गया है। विभागीय निदेशक ने इस पत्र को प्रत्येक सफाईकर्मी को प्राप्त कराने का फरमान जारी किया है।




पंचायतीराज निदेशक विजय किरन आनन्द ने सफाईकर्मियों के नाम एक पत्र जारी करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार ने सफाई व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए प्रत्येक राजस्व ग्राम में एक सफाई कर्मी की तैनाती की है। सफाईकर्मियों का प्रमुख दायित्व तैनाती वाले गांवों में स्वच्छता एवं सफाई रखना है। जिससे की वहां बीमारियां न हो। निदेशक ने स्पष्ट किया है कि गर्मियों में सुबह 7 बजे से 2 बजे तक तथा सर्दियों में सुबह 8 बजे से अपराह्न् 3 बजे तक तैनाती वाले गांवों में मौजूद रहकर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित करना सफाईकर्मी का प्रमुख दायित्व है।




गांव के सार्वजनिक मार्गो, गलियों, नालियों, पंचायत भवनों एवं परिषदीय स्कूलों के साथ अन्य सार्वजनिक स्थलों की सफाई करना सफाई कर्मियों के लिए बेहद आवशय़क है। निदेशक ने खेद जताते हुए कहा है कि अक्सर सुनने में आता है कि सफाईकर्मी अपने तैनाती वाले गांवों में उपस्थित नहीं होते हैं। यदि उपस्थित होते हैं तो फिर काम नहीं करते हैं। यह स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने सफाईकर्मियों के कार्यो एवं कर्तव्यों की गाइडलाइन जारी करते हुए प्रत्येक सफाई कर्मी को इसे उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही कहा है कि इसकी प्राप्ति रसीद कार्यालय में रखी जाए।  कार्यो की समीक्षा के लिए हर जिले में वार रूम बनाया जा रहा है।






परिषदीय स्कूलों की बाहरी एवं भीतरी सफाई करें : परिषदीय स्कूलों की सफाई के सम्बन्ध में पंचायतीराज निदेशक ने स्पष्ट व्यवस्था देते हुए कहा है कि सफाई कर्मी अपने तैनाती वाले गांवों में स्थित प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों के परिसर के बाहर के साथ भीतरी परिसर की सफाई भी सुनिश्चित करें। इसके अलावा स्कूलों के शौचालयों की भी प्रतिदिन की जाए। स्कूलों की सफाई व्यवस्था पर अब तक कई तरह के सवाल खड़े थे। अधिकांश सफाईकर्मी परिसर के बाहर सफाई कर चले जाते थे। निदेशक का पत्र जारी होने के बाद स्थिति स्पष्ट हो गई है। स्कूलों की सफाई व्यवस्था के लिए सफाई कर्मी पूरी तरह जिम्मेदार हो गए हैं।



’ सफाई कर्मी पंचायत भवन में उपस्थित होकर सबसे पहले उपस्थिति पंजिका में हस्ताक्षर कर सफाई शुरू करें’ प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक स्कूलों के बाहरी एवं भीतरी परिसर व शौचालय की हो सफाई’ सफाई के लिए तैयार किए रोस्टर के मुताबिक हो सफाई, पंचायत भवन में चिपकाई जाए रोस्टर की एक प्रति’ पंचायत भवन में पंचायतीराज विभाग से जुड़े सभी अधिकारियों के नंबर अंकित किए जाएं। ’ अधिकारियों के नंबरों पर दी जाए सफाईकर्मियों की अनुपस्थिति की सूचना’ खुले में शौच एवं कूड़ा करकट फेंकने वालों को भी प्रेरित किया जाए’ ग्राम प्रधान के सहयोग से ग्रामीणों में सामुदायिक सहभागिता के साथ सफाई कार्यो हेतु श्रमदान भी कराया जाए

निदेशक के पत्र ने बताया सफाई कर्मियों का काम, पत्र में सफाईकर्मियों के कर्तव्यों और दायित्वों का उल्लेख, परिषदीय स्कूलों की बाहरी एवं भीतरी सफाई के निर्देश Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 1 on 9:09 AM Rating: 5

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