थानेदार परखेंगे स्कूलों की व्यवस्था, ग्रामीण इलाकों के एक-एक स्कूल लेंगे गोद
मुरादाबाद : अपराध नियंत्रण और अपराधियों की धरपकड़ के साथ-साथ अब प्रदेश की पुलिस बच्चों की मित्र भी बनेगी। इसकी कवायद शुरू हो गई है। शासन ने ग्रामीण इलाकों में तैनात दारोगा और अन्य पुलिसकर्मियों की जिम्मेदारी बढ़ा दी है। पुलिसकर्मी थानों से निकल कर अपने क्षेत्र के स्कूलों में जाएंगे और बच्चों से मित्रता का व्यवहार करेंगे। साथ ही क्या पढ़ाया जा रहा है? कब शिक्षक आते हैं? पुष्टाहार में क्या-क्या दिया जाता है? सरकारी सुविधाएं मिल रहीं हैं या नहीं। इन बातों की जानकारी भी करेंगे।
कमी मिलने पर विभाग के अधिकारियों को जानकारी देकर समस्या का समाधान भी करेंगे। पुलिस का नाम आते ही बच्चों के मन में जो छवि सामने आती है वह अच्छी नहीं है। शासन ने इस छवि में सुधार लाने के लिए कम्यूनिटी पुलिस को मजबूत करने का निर्णय लिया है। बच्चे देश का भविष्य हैं, इन्हें संभालने के साथ ही सुरक्षित रखने की जरूरत है। बीते एक दशक में बाल अपराध बढ़े हैं। बच्चे चोरी, छिनैती और शादी समारोहों से बैग चोरी की वारदात भी कर रहे हैं। किशोर संगीन वारदात भी कर रहे हैं। अक्सर यही बच्चे बड़े अपराधी बन जाते हैं। बच्चों के मन से पुलिस का भय दूर करना शासन की पहल है। इसलिए पुलिसकर्मियों को स्कूल में जाकर बच्चों से सम्पर्क करने के लिए कहा गया है।
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