बंद हो सकते हैं चार हजार से ज्यादा बीएड कॉलेज, एनसीटीई की जांच में पेश नहीं कर पाए संचालन के सुबूत, एक हजार कॉलेजों को जारी किए गए नोटिस
जागरण । नई दिल्ली : फर्जी तरीके से सिर्फ कागजों में चल रहे बीएड और डीएड कॉलेजों पर जल्द ताले लग जाएंगे। एनसीटीई (नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन) ने अपनी जांच में ऐसे सभी कॉलेजों को खोज निकाला है। इनकी संख्या देशभर में चार हजार से ज्यादा है। पहले चरण में देशभर के करीब एक हजार बीएड और डीएड कॉलेजों की संबद्धता खत्म करने के लिए नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं। बाकी कॉलेजों को भी जल्द ही नोटिस जारी किए जाएंगे।
■ एनसीटीई की जांच में पेश नहीं कर पाए अपने संचालन के सुबूत
■ पहले चरण में एक हजार कॉलेजों को जारी किए गए नोटिस
एनसीटीई ने यह कदम कॉलेजों की जांच के बाद उठाया है, जिसमें सभी कॉलेजों को जरूरी दस्तावेजों के साथ अपने संचालन के सुबूत भी देने थे। कॉलेजों को यह जानकारी एक हलफनामे के जरिये देनी थी। चार हजार से ज्यादा कॉलेजों ने न तो कोई दस्तावेज दिया और न संचालन का कोई सुबूत दिया गया। एनसीटीई के मुताबिक, देशभर में 16,000 बीएड और डीएड कॉलेज हैं, जबकि जांच के दौरान कुल 12,000 कॉलेजों ने ही अपने संचालन का सुबूत दिया।
मानव संसाधन विकास मंत्रलय से जुड़े वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, जांच में सुबूत पेश नहीं करने वाले कॉलेजों के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। इनमें सबसे ज्यादा कॉलेज उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के हैं। पहले चरण में एक हजार कॉलेजों को नोटिस दे दिया गया है। जवाब मिलते ही इनकी संबद्धता रद करने की कार्रवाई की जाएगी। सभी कॉलेजों को 15 दिन में नोटिस का जवाब देना है। काउंसिल से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक जो कॉलेज दस्तावेज नहीं दे पाए हैं, उनमें से ज्यादातर का संचालन पहले से संदिग्ध था। अब इन कॉलेजों का बच पाना मुश्किल है।
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