तृतीय सेमेस्टर के रिजल्ट में भी विवाद, पेपर आउट की एसआइटी जांच की तैयारी, परीक्षा नियामक कार्यालय घेरे में
तृतीय सेमेस्टर के रिजल्ट में भी विवाद, पेपर आउट की एसआइटी जांच की तैयारी, परीक्षा नियामक कार्यालय घेरे में
■ परीक्षा नियामक कार्यालय घेरे में
प्रश्नपत्र लीक होने के मामले में परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय खुद घेरे में है, क्योंकि प्रश्नपत्र कौशांबी के परीक्षा केंद्रों से लीक नहीं हुए हैं। ऐसे में शक कार्यालय के अफसर व कर्मचारियों पर ही है। पुलिस के समक्ष बड़ी चुनौती है कि वह अफसर व कर्मचारियों तक पहुंचे। इसपर शासन एसआइटी जांच कराने की दिशा में बढ़ रहा है, ताकि पेपर आउट कराने का पूरा रैकेट सामने आए जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं पर विराम लग सके।
■ पेपर आउट की एसआइटी जांच की तैयारी
इलाहाबाद : तृतीय सेमेस्टर के रिजल्ट में भी विवाद हुआ। छह अभ्यर्थियों को परीक्षकों ने पूर्णाक से अधिक अंक दे दिए। साथ ही कई मेधावी प्रशिक्षुओं का कई विषय में बैक पेपर आया है। इस पर सभी कॉपियों की स्क्रूटनी कराने का आदेश हुआ है। वहीं, इस प्रकरण को कोर्ट में चुनौती दी गई है।
■ 73 हजार अभ्यर्थी अधर में फंसे : चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा आनन-फानन में कराई जा रही थी। वजह यह थी कि इसके अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती की दिसंबर में प्रस्तावित परीक्षा में शामिल करने की मांग कर रहे थे। इस परीक्षा में वैसे तो 76 हजार से अधिक अभ्यर्थी पंजीकृत थे लेकिन, तृतीय सेमेस्टर में करीब 63 हजार से अधिक ही उत्तीर्ण हो सके थे। हालांकि परीक्षा नियामक कार्यालय ने करीब 73 हजार प्रवेश पत्र जारी किए थे। माना जा रहा था कि चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा होने के बाद ये सभी शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में शामिल होंगे लेकिन, अब परीक्षा निरस्त होने से संकट खड़ा हो गया है। अभ्यर्थी इसी माह दोबारा परीक्षा कराने की मांग कर रहे हैं।
इलाहाबाद : बीटीसी वर्ष 2015 चतुर्थ सेमेस्टर परीक्षा का पेपर आउट मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार एसआइटी जांच कराने की तैयारी में है। बेसिक शिक्षा के अपर मुख्य सचिव डा. प्रभात कुमार ने बताया कि पूरे मामले में एफआइआर दर्ज कराने के निर्देश दिए जा चुके हैं। यदि जरूरत पड़ी तो पूरे मामले की एसआइटी जांच भी कराई जाएगी। दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पेपर आउट में जो भी अफसर व कर्मचारी शामिल हैं, वे सभी बेनकाब होंगे और दंडित भी किए जाएंगे।
डीआइओएस ने मंझनपुर में दी तहरीर : चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षा शुरू होने से पहले रविवार को ही पेपर आउट होने की सूचना सोशल मीडिया पर आई। डीआइओएस कौशांबी सत्येंद्र सिंह ने जिले के दो परीक्षा केंद्रों दुर्गा देवी इंटर कालेज ओसा व करारी इंटर कालेज करारी में जाकर उसी समय जांच की और पाया कि परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय से मिले सभी प्रश्नपत्र सीलबंद लिफाफे में हैं। लिफाफों से किसी तरह की छेड़छाड़ नहीं की गई है। सोमवार को परीक्षा शुरू होने पर सोशल मीडिया के प्रश्नपत्र व मूल प्रश्नपत्र का मिलान करने पर उसे सही पाया। जिस शख्स ने एक पेपर आउट होने की प्रकरण वायरल किया, उसने ही परीक्षा के बाकी सात प्रश्नपत्र भी डीआइओएस को मुहैया कराए।
परीक्षा नियामक कार्यालय ने सभी प्रश्नपत्रों की जांच में पाया कि ये ही पेपर परीक्षा के लिए भेजे गए हैं। डीआइओएस ने मंझनपुर थाने में अज्ञात व सोशल मीडिया पर प्रश्नपत्र आउट करने की सूचना प्रसारित करने वाले के खिलाफ नामजद तहरीर दी है। पुलिस एफआइआर दर्ज कर रही है।
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