सबकी जुबां पर एक सवाल : 69000 भर्ती ऑर्डर रिजर्व था तो काउंसलिंग क्यों?

सबकी जुबां पर एक सवाल : 69000 भर्ती ऑर्डर रिजर्व था तो काउंसलिंग क्यों? 


प्रदेश के अलग-अलग जिलों में काउंसलिंग करवाने पहुंचे बहुत से अभ्यर्थियों ने अधिकारियों की मंशा पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि डेढ़ साल से यह भर्ती कटऑफ और सवालों के चक्कर में फंसी है। 


डेढ़ साल पहले जब भर्ती का विज्ञापन जारी हुआ, तभी कटऑफ का आदेश जारी हुआ होता तो भर्ती नहीं लटकती। डेढ़ साल बाद रिजल्ट आया तो सवालों पर आपत्तियां लेते समय ही समस्या दूर होनी चाहिए थी। 


अब अगर यह छह सवाल गलत पाए जाते हैं और सबको इनका समान अंक देना पड़ा तो मेरिट से लेकर पूरी प्रक्रिया बदलनी पड़ेगी? इसका जिम्मेदार कौन होगा। उनका कहना था कि योग्य अभ्यर्थियों के साथ तो यह अन्याय है। 



अहम बात यह भी है कि जब हाई कोर्ट ने दो दिन पहले ऑर्डर रिजर्व किया था तो काउंसलिंग की तारीख घोषित करने के पहले उसके आने का इंतजार क्यों नहीं किया गया? इसका खामियाजा 68 हजार अभ्यर्थियों ने भुगता।
सबकी जुबां पर एक सवाल : 69000 भर्ती ऑर्डर रिजर्व था तो काउंसलिंग क्यों? Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 7:41 AM Rating: 5

1 comment:

Unknown said...

सरकार भर्ती करना नही चाहती इसलिए ऐसा हो रहा है
ओर हम। सभी को आपस मे लडा रही है
यह सरकार केवल एक वर्ग को लाभ देने के चक्कर
भर्ती फसा रही है जहाँ उस बर्ग का उल्लू सीधा नही होता वही भर्ती फसा देती है

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