प्री-प्राइमरी शिक्षा के अंतर्गत ब्लॉक स्तरीय, स्कूल रेडीनेस प्रशिक्षण एवं ईसीसीई प्रशिक्षण के अनुश्रवण/अनुसमर्थन के संबंध में
प्री-प्राइमरी शिक्षा के अंतर्गत ब्लॉक स्तरीय, स्कूल रेडीनेस प्रशिक्षण एवं ईसीसीई प्रशिक्षण के अनुश्रवण/अनुसमर्थन के संबंध में।
कोरोना में पढ़ाई से दूरी, स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम करेगा पूरी, जानिए कैसे?
कोरोना में पिछड़ी पढ़ाई की भरपाई के लिए प्रशिक्षित होंगे बेसिक शिक्षक
कोरोना काल में बेसिक स्कूलों की शिक्षा प्रभावित हुई और अब स्कूलों के खुलने के पढ़ाई रास्ते पर आ गई है। विभाग ने संक्रमण की वजह बंद रहे स्कूल अब खुले तो बच्चों को संबंधित कक्षा के अनुरूप तैयार करना चुनौती बना है। नई रणनीति से शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रत्येक बीआरसी पर उस ब्लाक के प्राथमिक स्कूलों के एक शिक्षक को रेडीनेस स्कूल कार्यक्रम का प्रशिक्षण मिलेगा। विभाग ने पूरा कार्यक्रम भेजा है, चार से पांच घंटे के प्रशिक्षण में शिक्षक को बच्चों को कैसे तत्परता से पढ़ाया जाए और संबंधित कक्षा के लायक बनाया जाए, इसके तरीके बताए जाएंगे। शासन ने बजट भी जारी किया है।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत रेडीनेस कार्यक्रम कक्षा एक से आठ तक प्रभावी होगा। पहले चरण में प्राथमिक स्कूल के एक शिक्षक की क्षमता संवर्धन किया जाना है, ताकि वे बच्चों को बेहतर तरीके से पढ़ा सकें। राज्य परियोजना कार्यालय ने योजना के तहत राज्य संदर्भ दाताओं को तैयार कर लिया है, और जिला स्तरीय संदर्भदाताओं का प्रशिक्षण लगभग पूरा हो चुका है। जिला स्तरीय संदर्भदाता शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे। खंड शिक्षा अधिकारी प्रशिक्षण स्थल का चयन करेंगे। वहां पर लैपटॉप, प्रोजेक्टर स्क्रीन, इंटरनेट कनेक्टीविटी, आदि का इंतजाम होगा। जिससे प्रशिक्षण हाईटेक तरीके से दिया जा सके।
लखनऊ : कोरोना संक्रमण की वजह से विद्यालय लंबे समय तक बंद रहे। अब स्कूल खुले तो बच्चों को संबंधित कक्षा के अनुरूप तैयार करना चुनौती बना है, इसीलिए केंद्र सरकार ने रेडीनेस यानी तत्परता कार्यक्रम जारी किया है, जो जल्द ही लागू हो जाएगा।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत रेडीनेस कार्यक्रम कक्षा एक से आठ तक प्रभावी होगा। प्रदेश के हर प्राथमिक स्कूल के एक शिक्षक की क्षमता संवर्धन किया जाना है, ताकि वे बच्चों को बेहतर तरीके से पढ़ा सकें। राज्य परियोजना कार्यालय ने इस योजना के तहत राज्य संदर्भदाताओं को तैयार कर लिया है और जिला स्तरीय संदर्भदाताओं का प्रशिक्षण भी लगभग पूरा हो चुका है। अब जिला स्तरीय संदर्भदाता शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगे।
राज्य परियोजना निदेशक अनामिका सिंह ने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के प्राचार्य व बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने जिले के हर ब्लाक को प्रशिक्षण इकाई बना दें। निर्देश है कि खंड शिक्षा अधिकारी प्रशिक्षण स्थल का चयन करें। वहां पर लैपटाप, प्रोजेक्टर स्क्रीन, इंटरनेट कनेक्टविटी, आदि का इंतजाम जरूर हो ।
प्री-प्राइमरी शिक्षा के अंतर्गत ब्लॉक स्तरीय, स्कूल रेडीनेस प्रशिक्षण एवं ईसीसीई प्रशिक्षण के अनुश्रवण/अनुसमर्थन के संबंध में
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
on
4:34 PM
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