परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी कराये जाने के सम्बन्ध में
परिषदीय स्कूलों में बच्चों को बंटेंगे नजर के चश्मे, कमजोर नजर वालों को रंग-बिरंगे फ्रेम वाले चश्मे
लखनऊ । प्राइमरी स्कूलों में कमजोर नजर वाले बच्चों की आंखों की जांच कराकर उन्हें चश्में दिये जायेंगे। जो अन्य दिव्यांगों को उनके प्रमाण पत्र के साथ सहायक उपकरण दिए जाएंगे। प्रदेश भर के प्राइमरी स्कूलों में पहली जुलाई से इसके लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। यह आगामी 31 अगस्त तक लगातार चलेगा। बेसिक शिक्षा विभाग यह कार्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कराएगा।
इसके तहत अलग-अलग तिथियों व दिनों में स्कूलों में चिकित्सा कैम्प लगाये जायेंगे जिनमें जिन बच्चों की नजरें कमजोर हैं और चश्में से उनकी आंखों की रोशनी में सुधार हो सकती है। ऐसे बच्चें नियमित रूप से चश्मा लगायें इसके लिए उन्हें रंग-बिरंगे और आकर्षक चश्में के फ्रेम दिये जायेंगे। ताकि बच्चें अपने चश्में का अधिक से अधिक उपयोग कर सकें और अपनी आंखों की रोशनी में सुधार ला सकें। विशेषज्ञ चिकित्सक बच्चों के स्वास्थ्य एवं दिव्यांगता की जांचें करेंगे।
इस संबंध में स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने प्रदेश के सभी बीएसए के नाम सर्कुलर जारी कर दिया है। कहा गया है कि दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 में 12 मार्च 2024 को किये गये संशोधन के अनुसार जो निर्देश जारी किये गये हैं उसे लागू करने के लिए तय तिथि से पहले अपने जिलों में इसकी तैयारी कर लें।
अभियान के दौरान विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा जो स्वास्थ्य परीक्षण किया जायेगा उसमें जो भी बच्चें दिव्यांग के रूप में चिन्हित किये जायेंगे उन्हें मौके पर ही दिव्यांगता प्रमाण पत्र दिया जायेगा। साथ ही दिव्यांगता के लिए सहायक उपकरण अथवा यंत्र भी प्रदान की जायेगा। सर्कुलर में यह भी निर्देश दिए गए हैं कि सभी जिलों के बीएसए इसके लिए निर्धारित समय से पूर्व ही अपनी तैयारी पूरी कर लें।
परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत दिव्यांग बच्चों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र जारी कराये जाने के सम्बन्ध में
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