विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण से जुड़े अभिलेख गायब होने पर PNP का सख्त रुख, उत्तरदायित्व तय करते हुए कार्यवाही के साथ साथ गणक पंजिकाओं की द्वितीय प्रति प्राप्त करने का निर्देश जारी
विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण से जुड़े अभिलेख गायब होने पर PNP का सख्त रुख, उत्तरदायित्व तय करते हुए कार्यवाही के साथ साथ गणक पंजिकाओं की द्वितीय प्रति प्राप्त करने का निर्देश जारी
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण अभिलेखों के गायब होने को गंभीरता से लेते हुए सख्त निर्देश जारी किए हैं। 16 दिसंबर 2025 को जारी पत्र के अनुसार वर्ष 1999, 2004, 2007 और 2008 की विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण गणक पंजिकाएं कई जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों (डायट) में उपलब्ध नहीं हैं या लापता पाई गई हैं। इस स्थिति को प्रशासनिक लापरवाही और अभिलेखीय गंभीरता से जुड़ा मामला मानते हुए तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
पत्र में स्पष्ट किया गया है कि विशिष्ट बीटीसी प्रशिक्षण से जुड़ी गणक पंजिकाएं अत्यंत महत्वपूर्ण और मूल अभिलेख हैं, जिनके आधार पर प्रशिक्षुओं की पात्रता, परीक्षा आयोजन और प्रमाण पत्र निर्गमन जैसी प्रक्रियाएं संपन्न हुई थीं। ऐसे में इन अभिलेखों का गायब होना न केवल व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है, बल्कि इससे संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की जिम्मेदारी भी तय होती है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने निर्देश दिए हैं कि जिन जिलों में ये पंजिकाएं उपलब्ध नहीं हैं, वहां दोषी कर्मचारियों की पहचान कर उनके विरुद्ध विधिक और कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
साथ ही यह भी कहा गया है कि संबंधित डायट संस्थान तत्काल प्रभाव से गणक पंजिकाओं की द्वितीय प्रति प्राप्त करने की प्रक्रिया शुरू करें और विस्तृत आख्या के साथ उच्च कार्यालय को अवगत कराएं। यदि अभिलेख जानबूझकर या लापरवाही के कारण नष्ट या गायब किए गए हैं, तो इसे गंभीर प्रशासनिक अपराध मानते हुए कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस निर्देश के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और कई जिलों में पुराने अभिलेखों की जांच-पड़ताल तेज कर दी गई है।
No comments:
Post a Comment