कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं बनेंगी डॉक्टर, इंजीनियर और एयर होस्टेस, पिछड़े वर्ग से आने वाली छात्राओं को भी कॅरिअर के लिए किया जाएगा तैयार
कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं बनेंगी डॉक्टर, इंजीनियर और एयर होस्टेस, पिछड़े वर्ग से आने वाली छात्राओं को भी कॅरिअर के लिए किया जाएगा तैयार
लखनऊ। प्रदेश की 746 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों (केजबीवी) की छात्राएं भी डॉक्टर, इंजीनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए), एयर होस्टेस और ब्यूटीशियन आदि बन सकेंगी। बेसिक शिक्षा विभाग, पिछड़े व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की इन बेटियों को संबंधित जानकारी देने के साथ ही उनकी कॅरिअर काउंसिलिंग भी कराएगा।
केजीबीवी की छात्राएं सामान्यतः ऐसे परिवेश से आती हैं कि उन्हें कॅरिअर के बारे में काफी कम जानकारी नहीं होती है। विभाग ने यह तय किया है कि इन छात्राओं को हाईस्कूल व इंटर की अर्हता वाले कॅरिअर व प्रोफेशनल कोर्स और इसकी लिए कहां से अच्छी तैयारी की जा सकती है, के बारे में भी बताया जाएगा। छात्राओं को 50 से अधिक ट्रेड के बारे में जानकारी दी जाएगी। उनको प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे इंटर करने के बाद रुचि के अनुसार कॅरिअर बना सकें।
इतना ही नहीं दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से छात्राओं को कॅरिअर बनाने के लिए शार्ट टर्म सर्टिफिकेट कोर्स भी कराया जाएगा। बता दें कि प्रदेश के सभी केजीबीवी को अब 9वीं से 12वीं तक उच्चीकृत भी किया जा रहा है।
केजीबीवी की छात्राएं भी आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़े, इसके लिए विभाग ने यह नई पहल की है। विभिन्न माध्यमों से छात्राओं को बेहतर कॅरिअर तलाशने में मदद की जाएगी। आज छात्राएं हर क्षेत्र में अपना परचम लहरा रही हैं। - संदीप सिंह, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
सभी विद्यालयों को भेजी कॅरिअर संबंधी सामग्री
समग्र शिक्षा के उप निदेशक डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी केजीबीवी में छात्राओं को विभिन्न क्षेत्र में कॅरिअर से जुड़ी जानकारी देने वाले पंफलेट आदि सामग्री भेजी गई है। इसमें ट्रेड, उससे जुड़े कोर्स, फीस, छात्रवृत्ति और औसत सैलरी आदि की जानकारी है। इसे कॉमन रूम और नोटिस बोर्ड आदि पर लगाया जाएगा। साथ ही छात्राओं के लिए कॅरियर काउंसिलिंग सत्र आयोजित किए जाएंगे। कौशल विकास प्रशिक्षण भी दिया जाएगा: डॉ. मुकेश ने बताया कि कौशल विकास मिशन के साथ मिलकर छात्राओं को कौशल प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इसमें कई शार्ट टर्म कोर्स हैं, जिन्हें करने बाद छात्राएं स्वरोजगार भी शुरू कर सकेंगी। इससे वे आर्थिक रूप से मजबूत हो सकेंगी। इधर, छात्राएं भी प्रशिक्षण व कॅरियर काउंसलिंग को लेकर काफी उत्साहित हैं।
कस्तूरबा विद्यालय की छात्राएं बनेंगी डॉक्टर, इंजीनियर और एयर होस्टेस, पिछड़े वर्ग से आने वाली छात्राओं को भी कॅरिअर के लिए किया जाएगा तैयार
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
on
7:25 AM
Rating:
No comments:
Post a Comment