विद्यांजलि से प्रदेश के 26 हजार परिषदीय विद्यालय संवारे जायेंगे, अब तक 83 हजार विद्यालय पोर्टल पर हुए रजिस्टर

विद्यांजलि से प्रदेश के 26 हजार परिषदीय विद्यालय संवारे जायेंगे, अब तक 83 हजार विद्यालय पोर्टल पर हुए रजिस्टर

संस्थाएं, एनजीओ, कंपनियां विकास के लिए आ रहीं आगे

पहल-1
बागपत में स्थानीय संगठनों व एनजीओ की ओर से जिले के 201 विद्यालयों को अत्याधुनिक बनाने के लिए सहयोग करने की पहल की गई है। इसके तहत चिह्नित विद्यालयों में इंटरैक्टिव व्हाइट बोर्ड, इंटरनेट सुविधा, लैपटॉप, एलईडी प्रोजेक्टर, प्रिंटर, राउटर, स्मार्ट टीवी, कोडिंग लैब जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इससे जिले के 25 हजार से ज्यादा छात्र लाभान्वित होंगे।

पहल-2
स्वयंसेवी संस्था इनोबल ने गौतमबुद्ध नगर के कंपोजिट स्कूल नया बांस सेक्टर 15 में सहयोग करने का प्रस्ताव दिया है। संस्था ने इस विद्यालय में पांच क्लास रूम, वॉटर टैंक, बाउंड्रीवाल निर्माण, रैंप, पीने के पानी के लिए आरओ, 34 सीलिंग फैन, ट्यूबलाइट, अलमारी, ग्रीन बोर्ड, टैबलेट, कोडिंग लैब बनाने की इच्छा जताई है। संस्था ने यह सारे काम छह महीने में करने की बात कही है। बेसिक शिक्षा विभाग ने इनके प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है।


लखनऊ। शिक्षा मंत्रालय की पहल पर बेसिक व माध्यमिक विद्यालयों को विद्यांजलि पोर्टल से जोड़ा जा रहा है। इसके तहत कोई भी संगठन, एनजीओ, पूर्व छात्र, एनआरआई विद्यालयों के विकास में सहयोग दे सकता है। अब तक प्रदेश के 83 हजार विद्यालय पोर्टल पर रजिस्टर किए गए हैं। इनके विकास के लिए विभिन्न संस्थाएं, एनजीओ और कंपनियां आगे आ रही हैं।

प्रदेश में लगभग 2.50 लाख बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के सरकारी, एडेड व निजी विद्यालय हैं। बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा की पहल पर इनमें से ज्यादा से ज्यादा विद्यालयों को पोर्टल पर ऑनबोर्ड कराने की कवायद तेज की गई है। अक्तूबर में जहां पोर्टल पर मात्र 22 हजार विद्यालय पंजीकृत थे, वहीं अब इनकी संख्या 83 हजार पहुंच गई है। इसमें 26472 विद्यालयों ने अपनी जरूरतों को पोर्टल पर रजिस्टर किया है। विद्यालयों ने बाउंड्रीवाल, स्मार्ट क्लास, पेयजल, शौचालय, पंखे


स्कूल गोद भी ले सकते हैं
विद्यांजलि योजना के तहत एनजीओ किसी अच्छे काम के लिए स्कूल गोद भी ले सकते हैं। भदोही में प्राथमिक स्कूल भभौरा को एनजीओ कौशल से कल्याण चैरिटेबल फाउंडेशन ने 36 महीने के लिए गोद लिया है। इसमें संस्था की ओर से छात्रों व अभिभावकों को नशे के खिलाफ जागरूक किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि स्कूलों को गोद लेने के 13 में से छह प्रस्ताव स्वीकृत किए गए हैं। प्रस्तावों को कार्यवाही के लिए संबंधित बीएसए व डीआईओएस को भेजा गया है।

ट्यूबलाइट, जागरूकता अभियान आदि से जुड़े प्रस्ताव दिए हैं। इस पर स्वयंसेवी संस्थाएं व कंपनियां काम कराने व सहयोग के लिए आगे आ रही हैं। विभाग के मुताबिक, 68 विद्यालयों में सामग्री देने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। इससे 14353 छात्र लाभान्वित हुए हैं। 26383 विद्यालयों से जुड़ी प्रक्रिया चल रही है। खास यह कि इसमें किसी भी तरह की भागदौड़ नहीं करनी है। संबंधित कंपनी या संस्थान ऑनलाइन ही आवेदन करके अपना प्रस्ताव देंगे। विभाग ऑनलाइन मूल्यांकन कर उसे स्वीकृत करके संबंधित जिले के बीएसए व डीआईओएस को भेज देंगे।


8300 वालंटियर भी पंजीकृत
विद्यांजलि पोर्टल पर विद्यालयों के सहयोग आदि के लिए वालंटियर के रूप में भी काम करने की सुविधा है। पोर्टल पर यूपी के लिए अब तक 8360 वालंटियर रजिस्टर हुए हैं। इसमें 6298 व्यक्ति, 12 एनआरआई, 183 एनजीओ, 35 सीएसआर (कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व) व 1832 अन्य हैं। इनके नाम, पते व मोबाइल नंबर संबंधित जिलों को दे दिए जाते हैं। वे आवश्यकतानुसार इनसे संपर्क कर कार्यवाही करते हैं।

यह समाज में योगदान देने अच्छा मौका है। पूर्व छात्र भी अपने स्कूल में योगदान कर उसे बेहतर बनाने की पहल कर सकते हैं। इसके माध्यम से हम समाज और विद्यालय के बीच एक नई कड़ी बनाने का प्रयास करेंगे। – पार्थ सारथी सेन शर्मा, अपर मुख्य सचिव, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग


विद्यांजलि से प्रदेश के 26 हजार परिषदीय विद्यालय संवारे जायेंगे, अब तक 83 हजार विद्यालय पोर्टल पर हुए रजिस्टर Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 7:48 AM Rating: 5

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