मां के हाथों होगा स्कूलों का संचालन
- विद्यालय प्रबंध समितियों में अध्यक्ष या उपाध्यक्ष के तौर पर एक महिला सदस्य को अनिवार्य रूप से करना होगा शामिल
- आम सहमति से 16 अगस्त से 5 सितंबर के बीच गठित करनी होगी नई समितियां
लखनऊ :
प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित 1.59 लाख स्कूलों में नये
सिरे से गठित की जाने वाली विद्यालय प्रबंध समितियों (एसएमसी) का गठन
अभिभावकों की खुली बैठक के माध्यम होगा। साथ ही अब स्कूलों के संचालन की
जिम्मेदारी 50 फीसदी महिला अभिभावकों को देने का प्रावधान किया गया है।
इसमें समिति के अध्यक्ष या उपाध्यक्ष में एक महिला अभिभावक को शामिल करना
अनिवार्य होना। नि:शुल्क और अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार के तहत शासन
ने गुरुवार को नई समितियों के गठन का आदेश जारी दिया। प्रमुख सचिव बेसिक
शिक्षा सुनील कुमार ने सभी जिलाधिकारियों को 16 अगस्त से 5 सितंबर के बीच
अनिवार्य रूप से समितियों के गठन की प्रक्रिया पूरी कराने का निर्देश दिया
है। महत्वपूर्ण बात यह है कि एक परिसर में अगर प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक /
पूर्व माध्यमिक विद्यालय है तो दोनों के प्रबंध समिति का गठन अलग-अलग किया
जाएगा। संरक्षक सदस्यों के चयन के लिए होने वाली खुली बैठकों में
स्कूली बच्चों के अभिभावकों की न्यूनतम संख्या (कोरम) अनिवार्य होगी। वहीं
एसएमसी की कार्यप्रणाली को ग्राम प्रधान/ जिला पंचायत अध्यक्ष की अध्यक्षता
में गठित ग्राम शिक्षा समितियों के प्रति जवाबदेह बनाया गया है। उल्लेखनीय
है कि शिक्षा के अधिकार कानून के तहत हर सरकारी और अनुदानित स्कूल में
एसएमसी का गठन अनिवार्य है। 1 एसएमसी पर स्कूलों के प्रबंधन, उनमें
संचालित हो रहीं सरकारी योजनाओं की निगरानी और उनके विकास के लिए योजनाएं
बनाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी रहती है। प्रदेश में वर्ष 2011 में पहली
बार एसएमसी का गठन किया गया था। 15 सदस्यीय एसएमसी के 11 सदस्य स्कूली
बच्चों के अभिभावक या संरक्षक होते हैं जिन्हें संरक्षक सदस्य कहा जाता है।
संरक्षक सदस्यों का चयन खुली बैठक में आम सहमति से करने का प्रावधान है।
एसएमसी का दो साल का कार्यकाल इस साल पूरा हो रहा है ऐसे में शासन
ने नये सिरे से समिति गठन का आदेश दिया है। शासन को लगातार यह
शिकायतें मिल रही थी कि समितियों के गठन में प्रधानाध्यापकों ने पारदर्शिता
नहीं बरती। ऐसे में शासन ने नई एसएमसी के पारदर्शी एवं निष्पक्ष
गठन के लिए जिला परियोजना समिति की बैठक बुलाकर चुनाव की तिथियां निर्धारित
करने का निर्देश दिया है। बेसिक शिक्षा विभाग ने एसएमसी के गठन की
प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी, लोकतांत्रिक बनाने पर जोर दिया है। (साभार-:-दैनिक जागरण)
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मां के हाथों होगा स्कूलों का संचालन
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
7:00 AM
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16 comments:
dosto saturday ki evening list aane ki pure sambhavna hai....ao mil kr god se pray kre ki sabka transfer ho jai.
Mandeep bhai apna mobile no likhe
kya ye sahi news singh sahib............
LIST AA GAI HAI
Hamara to nahin hua jabki mujhe 5year ho gaye aur mahila hu mostly purab waleo ke transferhui hain yeh bahut galat hain
Mera bhi nahi hua pata nahi bhang khakar list banate hain kya
Ladies ke bi transfer nahi hua.................joining date 4 year hai............
vk sir aapka hua
Nahi hua...................
aap ka ho gaya kya........?
singh sahib, aap ki news tu sahi thi, ab koi aur umed hai kya list ki...........
Ist list mai mera transfer ho chuka hai.Hum sirf ap logo ke liye presaan hai dost
transfer ke bare main puchna hai
IIIrd list aane ki koi sambhana hai kya........?
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