16460 शिक्षक भर्ती में 25 जिलों को ठेंगा, एक भी शिक्षक की नहीं होगी भर्ती, जनपदवार नियुक्तियों में नहीं मिली एक भी सीट

इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से संचालित प्राथमिक विद्यालयों में 16460 शिक्षकों की भर्ती का शासनादेश जारी हो गया है, लेकिन प्रदेश के 25 जिलों में एक भी शिक्षक की तैनाती नहीं होगी। सारे पद 50 जिलों में ही बांटे गए हैं। मेरठ मंडल सहित सूबे के कुछ जिले तो ऐसे हैं जिन्हें दोनों भर्तियों में ठेंगा दिखाया गया है। वहीं, सीतापुर जिले ने शिक्षक भर्ती की आवंटित सीटों में फिर से बाजी मारी है। इसके पहले सीतापुर को 72 हजार शिक्षक भर्ती में भी सर्वाधिक सीटें आवंटित हुई थी। 


प्रदेश में विधानसभा चुनाव के ऐन मौके परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में एक बार फिर शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया शुरू होने को है। शासन ने पिछले सप्ताह 12460 सामान्य व 4000 पदों पर उर्दू भाषा के शिक्षकों की नियुक्तियों के लिए अलग-अलग आदेश जारी किया है। इस समय भर्ती कार्यक्रम का इंतजार हो रहा है। दोनों शिक्षक भर्तियों में जिलेवार आवंटन भी किया जा चुका है। इस सूची में बड़ी संख्या में ऐसे भी जिले हैं जहां भर्ती नहीं होगी, क्योंकि उन्हें एक भी सीट नहीं मिली है। इनमें सबसे पहला नाम मेरठ मंडल का है। वहां के सभी छह जिलों मेरठ, बागपत, बुलंदशहर, गाजियाबाद, हापुड़ और गौतमबुद्ध नगर को दोनों भर्तियों में ठेंगा दिखाया गया है।


4000 भर्ती में यह जिले नहीं : आगरा, बरेली, इलाहाबाद, गाजीपुर, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, कुशीनगर, संतकबीर नगर, झांसी, श्रवस्ती, मुरादाबाद, संभल, कानपुर नगर, इटावा, आजमगढ़, मऊ, सहारनपुर, मुजफ्फर नगर व शामली। 


सबसे अधिक सीटें इनके पास : 4000 शिक्षकों की भर्ती में सबसे अधिक सीटें सीतापुर (364) मिली हैं। दूसरे नंबर पर बलिया (280), तीसरे पर गोंडा (196), चौथे पर रामपुर (168) व पांचवें पर हाथरस (165) सीट मिली है। 


12460 भर्ती में यह जिले नहीं : आगरा, बरेली, शाहजहांपुर, इलाहाबाद, गाजीपुर, लखनऊ, लखीमपुर खीरी, गोरखपुर, संतकबीर नगर, झांसी, मुरादाबाद, संभल, कानपुर नगर, इटावा, आजमगढ़, मऊ, सहारनपुर व मुजफ्फर नगर। 


सबसे अधिक सीटें इनके पास : 12460 शिक्षकों की भर्ती में सबसे अधिक सीटें सीतापुर (1268) मिली हैं। दूसरे स्थान पर गोंडा (788), तीसरे पर बलिया (720), चौथे पर हाथरस (535) व पांचवें नंबर पर रामपुर (432) है। 

नियुक्ति की अर्हता भी तय : शिक्षकों के सामान्य पदों पर भर्ती के लिए अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण बीटीसी/विशिष्ट बीटीसी अभ्यर्थी अर्ह होंगे। वहीं उर्दू शिक्षकों की नियुक्ति के लिए उर्दू बीटीसी योग्यताधारी या 11 अगस्त 1997 से पहले के मोअल्लिम-ए-उर्दू उपाधिधारकों और अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से डिप्लोमा इन टीचिंग उत्तीर्ण करने वाले उन अभ्यर्थियों की नियुक्ति की जाएगी जो भाषा शिक्षकों के लिए आयोजित अध्यापक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उत्तीर्ण होंगे।


16460 शिक्षक भर्ती में 25 जिलों को ठेंगा, एक भी शिक्षक की नहीं होगी भर्ती, जनपदवार नियुक्तियों में नहीं मिली एक भी सीट Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 1 on 6:50 AM Rating: 5

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