सीएम योगी का एलान : प्राथमिक विद्यालयों में होगी सुबह की प्रार्थना, अगले सत्र से एनसीईआरटी की किताबें व सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर होगी पढ़ाई, पूर्व सरकारों पर बेसिक शिक्षा का स्तर गिराने का लगाया आरोप
हापुड़ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि प्रदेश की पूर्व सरकारों ने बेसिक शिक्षा का स्तर काफी नीचे गिरा दिया। भाजपा सरकार को शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए विशेष योजना बनानी पड़ी। उन्होंने स्कूलों में सुबह की प्रार्थना कराने पर जोर देते हुए कहा कि अगले सत्र से परिषदीय विद्यालयों में एनसीईआरटी की किताबें लागू होंगी व सीबीएसई बोर्ड की तर्ज पर पढ़ाई कराई जाएगी। उन्होंने पौधरोपण अभियान की शुरूआत भी की।
⚫ परिषदीय विद्यालयों में स्तर सुधारने को अगले सत्र से सीबीएसई प्रणाली
⚫ शिक्षण संस्थाओं में महापुरुषों के बारे में बताया जाना अनिवार्य हो
⚫ महापुरुषों की जयंती और क्रांतिकारियों के बलिदान दिवस पर राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत भी गाए जाएंगे
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को ब्रजघाट के गांव आलमगीरपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को बैग, किताब और ड्रेस वितरण के अवसर पर को संबोधित कर रहे थे। कहा कि हमारी सरकार बेसिक शिक्षा में सुधार को लेकर पूरी तरह से दृढ़ संकल्प है। पहली सरकारों में अक्टूबर-नवंबर माह में बच्चों को ड्रेस का वितरण किया जाता था। इस व्यवस्था को बदलकर एक जुलाई से सत्र शुरू होते ही बच्चों को ड्रेस वितरण शुरू कराया गया है।
हापुड़ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महापुरुषों की जयंती और क्रांतिकारियों के बलिदान दिवस पर राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत भी गाए जाएंगे। महाराणा प्रताप सभी के लिए प्रेरणास्नोत हैं। उनसे प्रेरणा लेने वाला सच्चा देशभक्त है। किसी दुश्मन देश को परास्त करना है तो सबसे पहले शिक्षण संस्थाओं में महापुरुषों के बारे में बताया जाना अनिवार्य होना चाहिए। देश को प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी जैसा व्यक्ति मिला है, उनका व्यक्तित्व अनुसरण करने योग्य है।
प्रदेश की 59 हजार ग्रामसभाओं में 1.60 लाख से अधिक प्राथमिक और प्राइमरी विद्यालय संचालित हो रहे हैं। इनमें एक करोड़ 52 लाख ग्रामीण बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। पूर्व की सरकार में जब प्राथमिक विद्यालय के स्कूली बच्चे ड्रेस पहनकर जाते थे तो ऐसा लगता था कि वह स्कूल से नहीं बल्कि फैक्ट्री में काम करके लौट रहे हैं। सबसे पहले ड्रेस में परिवर्तन किया और अब जो ड्रेस वितरित की गई हैं, वह कान्वेंट स्कूलों के बच्चों जैसी है। सरकार बच्चों को जूते और मोजे भी दे रही है।
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