समायोजन निरस्त होने से शिक्षामित्रों का फूटा गुस्सा, एक ने जान दी, बस्ती में बीएसए दफ्तर में तोड़फोड़ और आगजनी, प्रदेश भर में जोरदार प्रदर्शन

⚫ झांसी व मैनपुरी में आत्मदाह की कोशिश


⚫ त्रिपुरा मॉडल पर समायोजित करने की मांग


⚫ अपने हित में आम राय बनाने की कोशिश


⚫ आक्रोशित शिक्षामित्रों का कई जिलों में उग्र प्रदर्शन, रामपुर व संतकबीरनगर में बीएसए कार्यालय में तोड़फोड़


⚫ अमेठी में शिक्षामित्र की हार्ट अटैक से मौत


⚫ बाराबंकी में युवक की पिटाई, बाइकें तोड़ीं


सुप्रीम कोर्ट के फैसले से आहत शिक्षामित्रों ने बुधवार को कई जिलों में उग्र प्रदर्शन किया। कईजिलों में बीएसए कार्यालयों में ताला डाल दिया गया। झांसी और मैनपुरी में एक-एक शिक्षामित्र ने आत्मदाह करने की कोशिश की।झांसी कलेक्ट्रेट में एक महिला शिक्षामित्र ने खुद पर केरोसिन डाल कर आग लगाने का प्रयास किया लेकिन कुछ लोगों ने उसे पकड़ लिया। मैनपुरी में एक शिक्षामित्र ने अपने ऊपर पेट्रोल डालने का प्रयास किया। बरनाहल में एक शिक्षामित्र को हार्ट अटैक पड़ गया। फरुखाबाद में शिक्षामित्रों ने कानपुर रोड पर जाम लगा दिया। सड़क के बाद रेल ट्रैक पर लेटकर प्रदर्शन किया और रेलवे फाटक नहीं खुलने दिया। औरैया में बीआरसी पर ताला जड़ दिया। कन्नौज में सैकड़ों शिक्षामित्रों ने बीएसए को कार्यालय में बंद कर दफ्तर के बाहर प्रदर्शन शुरू कर दिया। हमीरपुर, उरई, चित्रकूट, फतेहपुर, इटावा, हरदोई, फैजाबाद, सुलतानपुर में भी खूब हंगामा किया गया। उन्नाव में बीएसए कार्यालय में घुसने को लेकर पुलिस से झड़प हुई। संत कबीरनगर में खलीलाबाद बीआरसी पर शिक्षामित्रों के बीएसए कार्यालय पहुंचने पर कार्यालय के कर्मचारी ताला बन्द कर हट गए। इस पर कुछ लोगों ने ईट, पत्थर से तोड़ फोड़ शुरू कर दिया। एक कमरे में आग लगा दी।कानपुर में कर्मचारी ताले डालकर भागे: कानपुर में सैकड़ों शिक्षामित्र गोविन्दनगर के भदौरिया पार्क में एकत्र हुए और वहां से मार्च करके बीएसए कार्यालय पहुंचे। हंगामा और नारेबाजी कर वहां का काम बंद करा दिया, उनके तेवर देख कई कर्मचारी ताले डाल कर भाग गए। मेरठ में शिक्षामित्रों ने कमिश्नरी घेरी तो आगरा और आसपास के जिलों में हजारों शिक्षामित्रों ने पैदल मार्च किया। अमरोहा में दो संगठनों में मारपीट:मुरादाबाद में कई स्कूलों में ताले पड़ गए हैं। रामपुर में प्रदर्शन के दौरान बीएसए दफ्तर में तोड़फोड़ की गई और हाईवे पर जाम लगाया। संभल में प्रदर्शन के दौरान एक महिला शिक्षामित्र बेहोश हो गई। आगरा-मुरादाबाद हाईवे जाम कर दिया गया। अमरोहा में शिक्षामित्रों के दो संगठन के पदाधिकारियों में ही मारपीट हो गई। बिजनौर में हाईवे जाम किया गया। सहारनपुर में अर्धनग्न होकर प्रदर्शन किया। पीलीभीत में हाईवे जाम कर दिया।बलरामपुर में डीएम को ज्ञापन सौंपा। गोण्डा में प्रदर्शनकारी मोटरसाइकिल रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे और सुप्रीमकोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर करने की मांग की। श्रवस्ती, बहराइच , सुलतानपुर में सड़क जाम की गई। अमेठी, अम्बेडकरनगर, रायबरेली में शिक्षामित्रों ने प्रदर्शन किया।


लखनऊ हिन्दुस्तान टीम


इलाहाबाद। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शिक्षामित्रों ने प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में गैर शैक्षणिक पद सृजित कर उन पर समायोजन की मांग उठाई है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह का कहना है कि 1.72 लाख शिक्षामित्रों के परिवार को भुखमरी से बचाने के लिए प्रदेश सरकार को त्रिपुरा मॉडल अपनाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने त्रिपुरा के 10323 अध्यापकों के समायोजन को भी निरस्त कर दिया था। त्रपुरा सरकार ने इन शिक्षकों को समायोजित करने के लिए लगभग 13000 गैर शैक्षणिक पदों का सृजन कर दिया।शिक्षामित्रों के प्रतिनिधिमंडल दिल्ली में बने हुए हैं। मंत्रियों से मिल कर अपने हित में आम राय बनाने की मुहिम छेड़ चुके हैं। गुरुवार को मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से मिलने का समय मिला है। अन्य मंत्रियों से भी समय मांगा गया है।


संग्रामपुर (अमेठी)। दो दिन से बुखार से पीड़ित समायोजित महिला शिक्षामित्र को सुप्रीम कोर्ट के फैसले की जानकारी मिलने के बाद दिल का दौरा पड़ गया। अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी। सरोजनी शुक्ला न्याय पंचायत ठेंगहा के करनाईपुर ग्राम सभा के प्राथमिक विद्यसलय तिवारीपुर में समायोजित शिक्षा मित्र के रूप में सहायक अध्यापक पद पर तैनात थी।बाराबंकी। बाराबंकी में शिक्षामित्रों ने नारेबाजी करते हुए उन्होंने लखपेड़ाबाग के पास लखनऊ-फैजाबाद रोड जाम कर दी। दो घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। इससे आवागमन बाधित रहा। उधर से गुजर रहे एक युवक की पिटाई की गई। कुछ मोटरसाइकिलों में भी तोड़फोड़ की गई। सीतापुर में बीएसए कार्यालय में कर्मचारियों को तीन घंटे तक कार्यालय में कैद रखा गया।


प्रधानमंत्री 2010 से पहले नियुक्त सभी शिक्षकों को बिना टीईटी शिक्षक बनाने के लिए लोकसभा में तत्काल कानून पास कराएं।अनिल यादव, प्रदेश अध्यक्ष, दूरस्थ बीटीसी शिक्षक संघ


जेएनएन, लखनऊ : सुप्रीम कोर्ट द्वारा समायोजन समाप्त किए जाने से शिक्षामित्र सड़क पर उतर गए हैं। कार्यालयों का घेराव किया और जाम लगाया। इस दौरान हजारों विद्यालयों में पढ़ाई ठप रही। 1प्रदर्शन के दौरान रायबरेली में एक शिक्षिका सरोजनी देवी की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई, जबकि बहराइच और बाराबंकी में प्रदर्शन के दौरान कई शिक्षामित्र बेहोश हो गए। बाराबंकी में हाईवे में खड़े वाहन पलट दिया। वकील से अभद्रता की। सीतापुर और लखीमपुर में अनवरत धरना-प्रदर्शन का एलान किया है। उधर, बस्ती में बीएसए दफ्तर में आग लगा दी गई। शिक्षामित्र संगठनों ने सरकार से पुनर्विचार याचिका दायर करने की मांग की है। 

समायोजन निरस्त होने से शिक्षामित्रों का फूटा गुस्सा, एक ने जान दी, बस्ती में बीएसए दफ्तर में तोड़फोड़ और आगजनी, प्रदेश भर में जोरदार प्रदर्शन Reviewed by Brijesh Shrivastava on 6:31 AM Rating: 5

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