बच्चों को खिलाड़ी भी बनाएगी केंद्र सरकार : हर साल चुने जाएंगे 1000 बच्चे, प्रत्येक पर सालाना खर्च होगा पांच लाख
बच्चों को खिलाड़ी भी बनाएगी केंद्र सरकार : हर साल चुने जाएंगे 1000 बच्चे, प्रत्येक पर सालाना खर्च होगा पांच लाख।
● मंत्रिमंडल ने ‘‘खेलो इंडिया’ के पुनरुद्धार को दी मंजूरी
● प्रशिक्षण व प्रशिक्षक सर्टिफिकेट
● नियमित ग्रेडिंग प्रणाली
● राज्य स्तरीय खेलो इंडिया केंद्र
● खेल मैदानों का विकास
● शांति और विकास के लिए खेल
● खेलो स्कूल अंडर 17 व खेलो कॉलेज अंडर 21
● ग्रामीण, आदिवासी व देशी खेलों को बढ़ावा
● दिव्यांगों के बीच खेलों को बढ़ावा
● महिलाओं के लिए खेल
● स्कूली विद्यार्थियों की शारीरिक फिटनेस
● खेल ढांचों का उपयोग, सृजन एवं उन्नयन
● राष्ट्रीय, क्षेत्रीय एवं राज्य खेल अकादमियों को मदद
● समग्र विकास के लिए 1756 करोड़ रपए आवंटित
क्रिकेट और बैडमिंटन के अलावा अन्य खेलों में भी भारत का परचम विश्व में फहराने के लिए केंद्र सरकार ने अनूठी पहल शुरू की है। सरकार ने 10 साल की उम्र से ही प्रतिभावान खिलाड़ी बच्चों का पोषण करने का फैसला किया है। सरकार हर साल एक हजार बच्चों को चुनेगी और उन्हें अगले आठ साल तक पांच लाख रपए सालाना वजीफा देगी ताकि वह अपने खर्चे उठा सकें और केवल खेलों पर ही ध्यान दे सकें। बच्चों और किशोरों को अपराध या असामाजिक गतिविधियों से दूर रखने में भी यह योजना सहायक साबित होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में ‘‘खेलो इंडिया’ कार्यक्रम के पुनरुत्थान योजना को मंजूरी दी गई। बैठक के बाद खेल एवं युवा मामलों के मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि देश को अच्छे खिलाड़ियों को पैदा करने के लिए बुनियादी ढांचा के विकास के साथ खेलों के चहुंमुखी विकास पर ध्यान दिया जाएगा। इस कार्यक्र म को व्यक्तिगत विकास, सामुदायिक विकास, आर्थिक विकास और राष्ट्रीय विकास के रूप में खेलों को मुख्य धारा से जोड़े जाने के फलस्वरूप भारतीय खेलों के इतिहास में यह एक उल्लेखनीय उपलब्धि का क्षण है।
No comments:
Post a Comment