डीएलएड 2017 : नई व्यवस्था के तहत उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराना पड़ रहा भारी, 12 जिलों ने रोक दिया रिजल्ट
राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को इस बार नई व्यवस्था के तहत उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराना भारी पड़ रहा है। प्रदेश के 12 जिलों से मूल्यांकन के अंक न आने से के करीब दो लाख प्रशिक्षुओं का परिणाम फंसा है। सचिव ने इन जिलों के डायट प्राचार्यो को निर्देश दिया है कि वे हर हाल में 31 अगस्त तक अंक चिट भेज दें अन्यथा वे इसके लिए जिम्मेदार होंगे। में प्रदेश भर के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान यानी डायट व निजी कालेजों में करीब दो लाख अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया गया। इन प्रशिक्षुओं की प्रथम सेमेस्टर की परीक्षा कराई गई और उत्तर पुस्तिकाओं की संख्या अधिक होने के कारण मूल्यांकन सभी डायट मुख्यालयों पर कराया गया। सचिव ने 10 जुलाई को ही निर्देश दिया कि प्राचार्य अंक चिट तीन प्रतियों में बनवाएं। उनमें से दो प्रतियां मूल्यांकन खत्म होते ही परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय को भेजी जाएं। 21 अगस्त को फिर आदेश दिया कि 24 अगस्त तक अंक चिट भिजवा दी जाए। उसके बाद भी बलिया, फतेहपुर, गाजीपुर, इलाहाबाद, कौशांबी, महोबा, बरेली, मैनपुरी, हाथरस, आगरा, बदायूं और लखनऊ जिले से मूल्यांकन के अंक नहीं भेजे गए हैं। इससे का रिजल्ट तैयार नहीं हो पा रहा है। सचिव ने कहा है कि यह कार्य प्राचार्यो की उदासीनता का द्योतक है। इसे हर हाल में 31 अगस्त तक भेजा जाए।
तारीख बढ़ी, नहीं खुली वेबसाइट राब्यू, इलाहाबाद : केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी सीटीईटी के लिए आवेदन करने की तारीख 30 अगस्त तक बढ़ाई गई है इसके बाद भी बुधवार को वेबसाइट नहीं खुल सकी। इससे अभ्यर्थी परेशान हैं। उनका कहना है कि वे अपना पंजीकरण करा चुके हैं लेकिन, फोटो अपलोड नहीं कर सके हैं। वेबसाइट न खुलने से बड़ी संख्या में अभ्यर्थी परीक्षा में नहीं बैठ सकेंगे। हालांकि शुल्क जमा करने की तारीख 30 अगस्त तक पहले से घोषित है। ज्ञात हो कि हाईकोर्ट ने इस संबंध में 24 अगस्त को आदेश दिया कि सीटीईटी के निर्देश पर बीएड अभ्यर्थियों के भी प्राथमिक स्तर की परीक्षा में शामिल होने का मौका दिया जाए। इसके बाद भी अनुपालन न होने से अभ्यर्थी परेशान हैं।
No comments:
Post a Comment