बीटीसी 2015 की सीटें अब तक नहीं भरी जा सकी, आज मिलेगा अंतिम मौका, डायटों द्वारा निर्देश के बाद भी निजी कालेजों को प्रवेश के अभ्यर्थियों की सूची नहीं सौंपी गई
इलाहाबाद : बेसिक टीचर्स सर्टिफिकेट यानी बीटीसी 2015 की भी सभी सीटें भर नहीं पाई हैं। बुधवार को प्रवेश पाने का अंतिम मौका है। इसके बाद नियमानुसार कोई दाखिला नहीं होगा। इस बार युवाओं ने प्रवेश पाने के लिए उत्साह दिखाया, लेकिन डायट प्राचार्यो ने उसमें पानी फेर दिया। निर्देश के बाद भी निजी कालेजों को प्रवेश के अभ्यर्थियों की सूची नहीं सौंपी गई। वहीं, सीटों का आरक्षण अंतिम समय में बदलने पर तमाम युवा चयनित होते हुए बाहर हो गए और आरक्षित सीटें भी खाली रह गई हैं।
बीटीसी 2014 जैसे हालात बीटीसी 2015 के भी हैं, जबकि पिछली भर्ती में सीटें कम और अभ्यर्थी अधिक थे, लेकिन दाखिले का कम समय मिलने के कारण बड़ी संख्या में सीटें खाली रह गई थी। इस बार प्रदेश भर में 82 हजार से अधिक सीटों के लिए तीन लाख 65 से अधिक अभ्यर्थी दावेदार थे और वह सभी उत्साहित भी दिखे, लेकिन डायट प्राचार्यो की मनमानी से अपेक्षित दाखिले नहीं हो सके। वैसे सभी डायटों की सीटें पहले ही फुल हो चुकी हैं, लेकिन निजी कालेजों की सभी सीटें भरने के आसार नहीं है। तमाम जिलों में सीटों का आरक्षण अंतिम समय में बदला गया, इससे चयनित सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी प्रवेश पाने की दौड़ से बाहर हो गए, वहीं ओबीसी व एससी अभ्यर्थी को समय कम मिलने से चाहकर भी दाखिला नहीं ले सके, लिहाजा सीटें खाली रह गई।
परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव इस संबंध में बराबर गाइड लाइन जारी करती रही, लेकिन उनके निर्देशों की अनदेखी हुई। दाखिले के अंतिम तीन दिनों में प्रवेश पूरा कराने की जिम्मेदारी निजी कालेजों को सौंपी जानी थी, लेकिन डायट प्राचार्यो ने अभ्यर्थियों की सूची नहीं भेजी, बल्कि जबरन अपना आदेश मनवाने की जुगत करते रहे।
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