कस्तूरबा गांधी विद्यालयों की बालिकाएं सीखेंगी जूडो-कराटे, राज्य परियोजना निदेशालय ने जारी किया बजट
लखनऊ । कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय (केजीबीवी) की बालिकाओं को अब आत्मरक्षा के लिए जूडो-कराटे का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसकी शुरआत एक अक्टूबर से की जाएगी। छह माह तक दिए जाने वाले इस प्रशिक्षण में उन्हें आत्मरक्षा के प्रत्येक गुण से अवगत कराया जाएगा। इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशक जीएस प्रियदर्शी ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं।
शैक्षिक रूप से पिछड़े क्षेत्र में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सर्व शिक्षा अभियान के तहत कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की स्थापना की गई है। कक्षा आठ तक संचालित इन विद्यालयों में छात्राओं को खाने से लेकर पढ़ने और रहने आदि की निशुल्क शिक्षा दी जाती है। अब इन छात्राओं को आत्म निर्भर बनाने व आत्मरक्षा के लिए जूडो-कराटे का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। जूडो कराटे के प्रशिक्षक न मिलने पर जूडो एसोसिएशन से संपर्क किया जा सकता है।
☀ कानून की भी दी जाएगी जानकारी
आत्मरक्षा की अन्य गतिविधियों में बालिकाओं को संतुलित आहार की जानकारी देकर जागरुक किया जाएगा। साथ ही प्राथमिक चिकित्सा की तैयारी, सुरक्षा से संबंधित नंबर, कानून की जानकारी देना व विद्यालय में नियमित खेल कूद का आयोजन कर बालिकाओं को शारीरिक व मानसिक रूप से सशक्त बनाने के लिए पूरी कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। इन गतिविधियों का आयोजन साप्ताहिक किया जाएगा।
☀ 25 सितंबर तक किया जाएगा अनुदेशकों का चयन
जूडो कराटे के अंतर्गत अनुदेशकों का चयन 25 सितंबर तक किया जाना अनिवार्य होगा। इसके बाद एक अक्टूबर से इसका प्रशिक्षण शुरू कर दिया जाएगा। इसकेअलावा प्रशिक्षण के लिए जो भी सामग्री होगी, उसका क्रय 30 सितंबर तक करना होगा।
राज्य परियोजना निदेशक के मुताबिक संंबंधित विद्यालय के वार्डेन का दायित्व होगा कि मार्गदर्शिका में शामिल सभी गतिविधियां नियमित व समय से कराएं। इसके लिए विद्यालय व अन्य स्टाफ में जिम्मेदारी बांट दी जाए।
☀ बांट सकेंगी अनुभव
विद्यालय में एक रजिस्टर रखा जाएगा जिसमें प्रशिक्षण प्राप्त करने वाली बालिकाएं अपने अनुभव लिखेंगी। जूडो कराटे के कोर्स समाप्त होने के बाद बालिकाओं का मूल्यांकन जूडो-कराटे के बाह्य विशेषज्ञ से कराया जाएगा। उसके बाद प्रशिक्षित सभी बालिकाओं को प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र भी दिया जाएगा।
No comments:
Post a Comment