बीटीसी में अब होगी ऑनलाइन काउंसिलिंग, कटऑफ मेरिट से कम पर दाखिला देने या कटऑफ से अधिक अंक वाले अभ्यर्थियों को बैरंग लौटाने की शिकायतों के बाद नियामक प्राधिकारी ने तैयार कराया नया प्रस्ताव
इलाहाबाद : बेसिक टीचर्स सर्टिफिकेट (बीटीसी) में दाखिले से जुड़े विवादों की ‘मेजर सर्जरी’ होने जा रही है। बीटीसी 2016 से ऑनलाइन काउंसिलिंग कराए जाने की तैयारी है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव नया प्रस्ताव तैयार करा रही हैं। इसके लिए बीएड की काउंसिलिंग एवं अन्य मॉडल देखे जा रहे हैं कि बीटीसी के लिए सबसे बेहतर कौन होगा। प्रदेश में प्राथमिक विद्यालयों में हो रही भर्तियों से युवाओं में शिक्षक बनने की ललक बढ़ी है। इसी बीच निजी कालेजों की बाढ़ आ गई है।
वहां सीटें भरने एवं कटऑफ मेरिट से कम पर दाखिला देने या कटऑफ से अधिक अंक वाले अभ्यर्थियों को बैरंग लौटाने की शिकायतें आम हो गई हैं। हर साल तमाम प्रकरण न्यायालय की चौखट तक पहुंच रहे हैं। इसमें अभ्यर्थी तो परेशान होते ही हैं साथ ही विभाग की भी फजीहत हो रही है। परीक्षा नियामक कार्यालय हाईटेक हो चला है। अधिकांश प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आवेदन ऑनलाइन ही लिए जा रहे हैं। इसलिए परीक्षा नियामक बीटीसी के विवादों से भी पार पाने को बेकरार है। इसमें ऑनलाइन काउंसिलिंग सबसे उपयुक्त रास्ता नजर आया है, जो पारदर्शी भी है।
ऑनलाइन काउंसिलिंग कराने का प्रस्ताव अक्टूबर में शासन को भेजा जाएगा। उम्मीद है कि दिसंबर या फिर जनवरी में ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे और फरवरी-मार्च में ऑनलाइन काउंसिलिंग से सारी सीटें भरकर अप्रैल 2017 से नया सत्र शुरू किया जाएगा।
No comments:
Post a Comment