सूबे में निजी बीटीसी कॉलेजों ने शुरू की अवैध फीस वसूली, एससीईआरटी निदेशक से की शिकायत, सख्त कार्यवाही के विपरीत फिर नोटिस तक सीमित रह गई कार्रवाई
लखनऊ । बीटीसी-2015 के नए शैक्षिक सत्र की शुरुआत होने से पहले ही निजी बीटीसी कॉलेजों ने दाखिला लेने वाले स्टूडेंट्स से अवैध फीस वसूली शुरू कर दी है। दाखिला लेने वाले छात्रों से अतिरिक्त फीस के नाम पर 30 हजार रुपए की मांग की गई है। मंगलवार को इसकी शिकायत राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक से की गई। जिसके बाद कॉलेज को नोटिस जारी कर सख्त हिदायत दी गई है।
शासन ने बीटीसी में दाखिले के लिए फीस निर्धारित कर रखी है। निजी बीटीसी कॉलेज में दाखिले के लिए 41 हजार रुपए फीस तय है। लेकिन हर साल की तरह इस बार भी निजी बीटीसी कॉलेज इसके अलावा अतिरिक्त फीस वसूली करने में जुट गए हैं। ताजा मामला राजधानी के डेवल कॉलेज का है।
एससीईआरटी को भेजी गई शिकायत में एक महिला अभ्यर्थी ने आरोप लगाया कि मानक के अनुसार 41 हजार रुपए फीस का ड्राफ्ट जमा किए जाने के बाद भी जब वह कॉलेज में दाखिला लेने पहुंची तो उससे 30 हजार रुपए अतिरिक्त शुल्क की मांग की गई। जब उसने इसमें असमर्थता जताई तो उसे दाखिला नहीं दिया गया। परेशान होकर छात्रा ने एससीईआरटी और डायट प्राचार्य से इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई।
एससीईआरटी के निर्देश पर कॉलेज को नोटिस जारीमहिला प्रशिक्षु की शिकायत पर एससीईआरटी की ओर से डायट प्राचार्य को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इस पर डायट के उप प्राचार्य जेके वर्मा ने आरोपी कॉलेज सहित सभी निजी बीटीसी संस्थानों को पत्र भेजकर अतिरिक्त शुल्क न लिए जाने की हिदायत दी गई।
श्री वर्मा के मुताबिक डायट कार्यालय में शिकायतें आ रही हैं कि बीटीसी-2015 के प्रशिक्षुओं को आवंटित निजी संस्थान द्वारा प्रवेश के लिए अतिरिक्त शुल्क की मांग की जा रही है। यह गलत है। किसी भी प्रशिक्षु से कोई अतिरिक्त शुल्क न लिया जाए। इस तरह की दोबारा शिकायत मिली तो इसे गंभीरता से लिया जाएगा।
☀ फिर पत्र तक सीमित रह गई कार्रवाई
यह पहला मौका नहीं है जब निजी बीटीसी कॉलेज की ओर से अतिरिक्त शुल्क की मांग की गई है। लगभग हर साल इस तरह की तमाम शिकायतें डायट कार्यालय में दर्ज होती हैं। लेकिन जिम्मेदार सिर्फ कॉलेज को नोटिस जारी कर इतिश्री कर लेते हैं। जबकि सम्बद्घता के नियमों में स्पष्ट प्रावधान है कि यदि निर्धारित मानक से अधिक फीस वसूली गई तो सख्त कार्रवाई की जाएगी। मंगलवार को लिखित शिकायत आने के बाद भी सिर्फ सामान्य निर्देश जारी कर दिए गए।
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