बेहतर शिक्षा के लिए स्कूलों को दिया जाएगा पुरस्कार, जिला स्तर पर एसएमसी भी होगी पुरस्कृत
सरकारी प्राइमरी स्कूलों का स्तर बेहतर करने के लिए अभिभावकों को भी पुरस्कृत किया जाएगा। बेहतर काम करने वाली विद्यालय प्रबंध समितियों को हर जिले में पुरस्कार दिए जाने की योजना है। स्कूलों के प्रबंधन के लिए हर स्कूल में एक विद्यालय प्रबंध समिति (एसएमसी) है। इसमें स्कूल के प्रधानाचार्य के अलावा सिर्फ अभिभावक होते हैं। ये एसएमसी स्कूलों के प्रबंधन पर नजर रखती है। यूनिफार्म बनवाती है मिड डे मील की गुणवत्ता पर नजर रखती है। और तो और, ज्यादातर भुगतान के लिए भी एसएमसी के खाते में पैसा भेजा जाता है। इसके पीछे मंशा ये थी कि समुदाय को जोड़े जाने से स्कूलों की गुणवत्ता पर फर्क आएगा और अभिभावक अपने बच्चों की शिक्षा से जुड़ेंगे। शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत ये एसएमसी बनाई गई थी। जब भी नई एसएमसी का गठन होता है उसका प्रशिक्षण सर्व शिक्षा अभियान करवाता है। अब जब सारे स्कूलों में एसएमसी का गठन हो चुका है तो इससे एक कदम आगे बढ़ने की योजना है। सर्व शिक्षा अभियान के तहत बने वार्षिक कार्ययोजना में श्रेष्ठ एसएमसी को पुरस्कृत करने की योजना है। इसमें जिला स्तर पर एक एसएमसी को पुरस्कार दिया जाएगा। सपा सरकार ने विद्यालय पुरस्कार योजना की भी शुरुआत की थी जिसमें हर जिले के श्रेष्ठ स्कूलों को भी एक-एक लाख का पुरस्कार दिया गया था।
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