परिषदीय विद्यालयों में कंपोजिट स्कूल ग्रांट के सापेक्ष मदवार व्यय धनराशि के विवरण को वॉल पेंट कराये जाने के सम्बन्ध में
परिषदीय विद्यालयों में कंपोजिट स्कूल ग्रांट के सापेक्ष मदवार व्यय धनराशि के विवरण को वॉल पेंट कराये जाने के सम्बन्ध में।
स्कूलों पर खर्च होने वाली धनराशि होगी सार्वजनिक, प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूलों में दीवारों पर लिखा जाएगा हिसाब
पारदर्शिता के लिए परिषदीय स्कूल की दीवारों को पेंट कराकर अंकित कराना होगा कंपोजिट स्कूल ग्रांट खर्चे का ब्यौरा
सत्र 2018-19 से सभी परिषदीय स्कूलों को कंपोजिट स्कूल ग्रांट दी जा रही है। इसके तहत स्कूलों ने क्या कार्य कराया है, उसका विवरण अब स्कूलों को देना होगा। यह विवरण फाइल में बंद नहीं होगा बल्कि स्कूल की दीवार को पेंट कराकर उसपर अंकित कराना है। ऐसा इसलिए कि पारदर्शिता बनी रहें और स्कूल में कराए गए कार्यों की जानकारी आसपास के लोगों को भी हो।
सभी परिषदीय स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को अपने यहां आई कंपेजिट ग्रांट का विवरण देना है। इसके लिए स्कूल की वह दीवार चुनी जाए जो सब से पहले दिखती हो। उसपर 1.8 मीटर (छह फिट) ऊंची व 1.5 मीटर (पांच फिट) चौड़ाई के क्षेत्र में पेंटिंग कराई जाए। उस स्थान को सीमेंट बेस्ड पुट्टी से समतल भी कराना होगा। उसके बाद दो कोट में पीले रंग से पुताई कराई जानी चाहिए फिर लाल रंग से किनारा बनाकर काले रंग से खर्च का विवरण अंकित कराना होगा। यह कार्य सभी स्कूलों में हर हाल में 25 दिसंबर तक पूरा करा लेने का निर्देश राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद की तरफ से दिया गया है।
कुछ स्कूलों में कार्य शुरू हो चुका है। समय से पहले सभी स्कूल विवरण अंकित करा देंगे। खास बात यह कि स्कूलों को सत्रवार विवरण अंकित कराना है। यदि किसी विद्यालय ने धनराशि का प्रयोग नहीं किया है तो भी बताना होगा कि उस रकम का प्रयोग नहीं हुआ। विद्यालय समिति के साथ ही आसपास के लोग भी इस कार्य को देखेंगे। यदि किसी को शिकायत होगी तो भी उस संबंध में जन सामान्य अपनी बात रख सकेगा। यह कदम सिर्फ इसलिए उठाया जा रहा है कि पारदर्शिता बनी रहे।
प्रदेश के प्राइमरी व मिडिल स्कूलों में खर्च होने वाला पैसा सार्वजनिक होगा। शासन से मिलने वाली कंपोजिट ग्रांट किस मद में खर्च हुई इसे विद्यालयों की दीवारों पर लिखवाना होगा। दीवारों पर वर्ष वार और मद वार विवरण लिखना होगा।
प्रदेश के प्राइमरी तथा उच्च प्राइमरी स्कूलों के कायाकल्प का काम चल रहा है। हर साल स्कूलों को जरूरी सुविधाओं के लिए शासन कंपोजिट ग्रांट दे रहा है। रंगाई पुताई, फर्नीचर, लाइब्रेरी, ब्लैक बोर्ड, मल्टीपल हैंड वाशिंग सहित तमाम चीजों को खरीदने वलगाने के लिए तीन वर्ष से लगातार बजट दिया जा रहा है। तमाम स्कूलों ने इसका अच्छा इस्तेमाल किया है जबकि कुछजगह बंदरबांट हुई।
■ बेसिक शिक्षा
● किस चीज में कितना पैसा खर्च दिखाना होगा हुआ
● स्कूलों को सुविधाओं के लिए शासन कंपोजिट ग्रांट देता है
है। स्कूलों की रंगाई पुताई तक हुई है। हिंदुस्तान ने हाल ही में इस संबंध में एक खबर प्रकाशित की थी। जिसे शासन व महानिदेशक ने संज्ञान लिया है। पारदर्शिता लाने के लिए महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने 10 दिसंबर को आदेश जारी किया है। उन्होंने कहा है कि सभी स्कूलों को खर्च का ब्योरा हर हाल में लिखाना होगा। इसके लिए ऐसी दीवार का चयन किया जाएगा जिसे जनसामान्य आसानी से देख सकें।
25 दिसंबर तक 3 वर्षों का ब्यौरा लिखने का आदेश
महानिदेशक ने 25 दिसंबर तक पिछले 3 वित्तीय वर्ष में खर्च हुई रकम का ब्योरा लिखने का आदेश दिया है। इसमें वर्ष 2018-19, 2019-20 तथा 2020-21 में दी गई धनराशि तथा व्यय धन राशि का विवरण लिखाने को कहा है।
भूमि तल से दो फीट ऊंचाई तथा इससे 6 फुट ऊंची तथा 5 फीट चौड़ाई में लिखाना होगा। पेंटिंग के लिए चयनित दीवार की सतह को सीमेंट बेस्ट पुट्टी से समतल बनाना होगा। इसके बाद दो कोट में पीले रंग के सिंथेटिक इनेमल पेंट से पेंट कराना होगा। महानिदेशक ने कहा है कि इससे विद्यालयों को दी गई धनराशि के खर्च में पारदर्शिता आएगी।
इनके ऊपर खर्च होना है बजट
स्वच्छता कार्यक्रम के तहत साबुन, फिनायल, ब्लीचिंग, बाल्टी, कूड़ादान, झाडू, ब्रश, टॉयलेट क्लीनर, नेल कटर, मरम्मत एवं अनुरक्षण, स्कूलों की रंगाई पुताई, वॉल पेंटिंग, स्लोगन सूचना, फर्स्ट एड बॉक्स, अग्निशमन यंत्र, स्टेशनरी एवं कार्यालय प्रयोग हेतु सामग्री, दरी एवं चटाई, रेडियो, इंटरनेट बिल, आंतरिक विद्युतीकरण एवं उपकरण, सांस्कृतिक कार्यक्रम, सामान्य सामग्री में कुर्सी मेंज, गिलास, शीशा तौलिया,बुलेटिन बोर्ड, फोटो फ्रेम, दीवार घड़ी, मग, बागवानी किट, शिक्षण सहायक सामग्री, पुरस्कार वितरण, मल्टी हैंड वाशिंग, पाइप वाटर सप्लाई एंड वाटर टैंक, सबमर्सिबल पंप, शौचालय की मरम्मत, ब्लैक बोर्ड का रखरखाव, दरवाजे, खिड़की की मरम्मत, छत दीवार, फर्श एवं प्लास्टर का काम, विद्युत कनेक्शन व कार्यालय फर्नीचर।
परिषदीय विद्यालयों में कंपोजिट स्कूल ग्रांट के सापेक्ष मदवार व्यय धनराशि के विवरण को वॉल पेंट कराये जाने के सम्बन्ध में
Reviewed by sankalp gupta
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7:53 PM
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