पूर्ण दृष्टि दिव्यांग बच्चों के उपयोगार्थ एक्सेसबल टेबलेट (टॉकिंग डिवाइस) के ऑपरेशन, उपयोग एवं रखरखाव के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश व प्रशिक्षण के संबंध में।
पूर्ण दृष्टि दिव्यांग बच्चों के उपयोगार्थ एक्सेसबल टेबलेट (टॉकिंग डिवाइस) के ऑपरेशन, उपयोग एवं रखरखाव के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश।
यूनिसेफ के सहयोग से परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले नेत्रहीन छात्रों का जीवन बदलेंगे स्पेशल टैबलेट
नेत्रहीन बच्चों की पढ़ाई होगी आसान, 14 जिलों के छात्रों को टॉकिंग टैबलेट देगी यूपी सरकार
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुआई वाली राज्य सरकार ने यूपी के 14 जिलों के 1200 से ज्यादा नेत्रहीन छात्रों को पढ़ाई के लिए टॉकिंग टैबलेट देने की तैयारी कर रही है. यूनिसेफ की पहल पर राज्य के 14 जिलों में सरकारी प्राइमरी स्कूलों में पढ़ने वाले 1206 नेत्रहीन बच्चों को टैबलेट दिये जाएंगे. इस संबंध में समग्र शिक्षा अभियान की अपर परियोजना निदेशक डा सरिता तिवारी द्वारा आदेश जारी कर दिया है.
नेत्रहीन छात्रों को पढ़ाई में आने वाली बाधा को देखते हुए उन्हें टॉकिंग टैबलेट देने का फैसला लिया गया है. टॉकिंग टैबलेट कोई मदद से पूरी तरह से नेत्रहीन बच्चे भी इससे सुन कर पढ़ाई कर सकेंगे. इसके साथ ही नेत्रहीन छात्रों को टॉकिंग टैबलेट से पढ़ाई के लिए इन 14 जिलों में 125 स्पेशल एजुकेटर भी तैयार किए जाएंगे. राज्य के जिस ब्लॉक के बच्चों को ये टैबलेट दिया जाएगा वहां के डाटा एंट्री ऑपरेटर व नोडल टीचर को भी प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि इसका पूरा लाभ बच्चों को मिल सके. जिला समन्वयक समेकित शिक्षा इसके प्रभारी होंगे.
ये सभी टैबलेट मंडलायुक्त या जिलाधिकारी की मौजूदगी में वितरित किया जाएगा. इन टैबलेट का स्वामित्व दिव्यांग विद्यार्थी का होगा. इनकी वारंटी तीन वर्ष की होगी. यदि वारंटी के बाद ये खराब होंगे तो उसे ठीक कराने की जिम्मेदारी जिला परियोजना कार्यालय की होगी. इन पर लर्निंग मैटीरियल अपलोड करने की जिम्मेदारी एससीईआरटी की होगी. इससे विद्यार्थियों के ज्ञान का आकलन भी किया जाएगा.
जिन 14 जिलों का चयन किया गया है उनमें गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, गोण्डा, बहराइच, बलरामपुर, लखनऊ, हरदोई, श्रावस्ती, लखीमपुर, रायबरेली, सीतापुर व उन्नाव शामिल हैं.
बेसिक स्कूलों में पढ़ रहे नेत्रहीन छात्रों के जीवन में स्पेशल टेबलेट बड़ा बदलाव लाने जा रहे हैं। पूर्ण दृष्टि दिव्यांग छात्र-छात्राओं को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए विभाग इन टेबलेट का वितरण करेगा ऑटो बिल्ड ऑडियो सिस्टम के जरिए नेत्रहीन छात्र आसानी से पढ़ाई कर सकेंगे। इससे उन्हें करियर बनाने में भी आसानी होगी।
यूनिसेफ के सहयोग से प्रदेश सरकार दिव्यांग छात्र-छात्राओं को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए लगातार अभियान चला रही है। अब नेत्रहीन छात्र-छात्राओं को ऐसे टेबलेट देने की योजना पर तेजी से काम हो रहा है, जो उनकी पढ़ाई को सुगम बनाएंगे। इन टेबलेट में ऑटो बिल्ड ऑडियो सिस्टम रहेगा। ऑडियो के माध्यम से बच्चे टेबलेट पर शैक्षिक सामग्री को सुन सकेंगे। यह मूल रूप से गणित और भाषा की दक्षताओं पर आधारित है। यह टेबलेट बच्चों को स्थायी रूप से दिए जाएंगे। उनमें इस प्रकार की तकनीक विकसित की जाएगी कि छात्र अपनी कक्षा और विषय अनुसार ऑडियो को स्वयं से संचालित कर सुन सकेंगे।
पूर्ण दृष्टि दिव्यांग बच्चों के उपयोगार्थ एक्सेसबल टेबलेट (टॉकिंग डिवाइस) के उपयोग एवं रखरखाव हेतु प्रशिक्षण के सम्बन्ध में।
पूर्ण दृष्टि दिव्यांग बच्चों के उपयोगार्थ एक्सेसबल टेबलेट (टॉकिंग डिवाइस) के ऑपरेशन, उपयोग एवं रखरखाव के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश व प्रशिक्षण के संबंध में।
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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6:01 PM
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