यूपी में मनचाहा ट्रांसफर पाने के लिए नया नियम लागू करने की तैयारी, मनचाहे स्कूल में तैनाती पाने के लिए पास करना होगा कंप्यूटर आधारित परीक्षा

यूपी में मनचाहा ट्रांसफर पाने के लिए नया नियम लागू करने की तैयारी, मनचाहे स्कूल में तैनाती पाने के लिए पास करना होगा कंप्यूटर आधारित परीक्षा


🆕 update @ 04 अक्टूबर 2023
लखनऊ। परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों को अब मनचाहे स्कूलों में तैनाती कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) के माध्यम से की जाएगी। वहीं मुख्यमंत्री अभ्युदय और कंपोजिट विद्यालयों के लिए श्रेष्ठ शिक्षकों का चयन इस परीक्षा के आधार पर ही किया जाएगा। मेरिट के आधार पर शिक्षकों को स्कूल आवंटित करने से उनके बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। सभी जिलों में इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।


महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। अभी मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों के लिए श्रेष्ठ शिक्षकों को चुनने के लिए यह परीक्षा आयोजित की जाएगी। 


हर साल करवा सकेंगे स्थानांतरण

वहीं 24 हजार कंपोजिट स्कूलों में भी शिक्षकों के चयन के लिए सीबीटी का आयोजन किया जाएगा। हर साल शिक्षकों का मनचाहे स्कूल में स्थानांतरण के लिए भी इसी परीक्षा के माध्यम से चयन किया जाएगा। 1.39 लाख परिषदीय स्कूलों में अभी 4.50 शिक्षक तैनात हैं। 


शिक्षकों को दिया जाएगा प्रशिक्षण

जिलों में कंप्यूटर आधारित टेस्ट के लिए जल्द एजेंसी का चयन किया जाएगा। निष्पक्ष और पारदर्शी परीक्षा के लिए सभी जरूरी उपाय किए जाएंगे। शिक्षकों को इसके लिए प्रशिक्षित भी किया जाएगा।

कायाकल्प अभियान के तहत स्कूलों में बेहतर संसाधन उपलब्ध कराने के साथ-साथ अब गुणवत्तापरक शिक्षा देने पर भी जोर दिया जा रहा है। मेरिट के आधार पर शिक्षकों का चयन किया जाएगा।



मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट स्कूलों में अच्छे शिक्षकों की तैनाती के नाम पर बेसिक शिक्षकों को देनी होगी  कंप्यूटर आधारित टेस्ट


 03 अक्टूबर 2023
लखनऊ : परिषदीय स्कूलों में तैनात शिक्षकों की श्रेष्ठ स्कूलों में तैनाती कंप्यूटर आधारित टेस्ट (सीबीटी) के माध्यम से की जाएगी। मेरिट के आधार पर शिक्षकों को स्कूल आवंटित करने से उनके बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। सभी जिलों में इस परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। अभी सभी जिलों में खुलने वाले एक-एक मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय में श्रेष्ठ शिक्षकों की तैनाती से इसकी शुरुआत की जाएगी। आगे अन्य श्रेष्ठ स्कूलों में भी इसी माध्यम से अच्छे शिक्षक तैनात किए जाएंगे।


महानिदेशक, स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने बताया कि परीक्षा की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मुख्यमंत्री अभ्युदय स्कूल, मुख्यमंत्री माडल कंपोजिट विद्यालय, मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालयों के साथ-साथ कंपोजिट विद्यालयों के लिए श्रेष्ठ शिक्षकों का चयन इस परीक्षा के आधार पर ही किया जाएगा । 1.39 लाख परिषदीय स्कूलों में अभी 4.50 शिक्षक तैनात हैं। वहीं इसके अलावा शिक्षामित्र व अनुदेशक अलग से हैं। जिलों में कंप्यूटर आधारित टेस्ट के लिए जल्द एजेंसी का चयन किया जाएगा।



30 सितंबर 2023
24 हजार कंपोजिट विद्यालयों से 57 विद्यालयों का चयन कर 'मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय' के रूप में उच्चीकृत करने का निर्देश 

विद्यालयों में हर कक्षा के लिए तीन न्यूनतम सेक्शन होंगे

पांच से दस एकड़ में बनेगा एक विद्यालय, जल्द चिह्नित होगी भूमि

 सर्वश्रेष्ठ कंपोजिट स्कूल बनेंगे मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट स्कूल

रोबोटिक्स, मशीन लर्निंग सेंटर माड्यूलर लैव की होगी सुविधा

मुख्यमंत्री माडल कंपोजिट स्कूल खुलेंगे 57 जिलों में, मिलेंगी विश्व स्तर की सुविधाएं

मुख्यमंत्री ने बैठक में लिया निर्णय प्री नर्सरी से इंटर तक की दी जाएगी शिक्षा


लखनऊ: सरकारी स्कूलों में अब गरीब घरों के बच्चों को पढ़ाई की विश्व स्तरीय सुविधाएं दी जाएंगी। मंडल मुख्यालय वाले जिलों को छोड़कर शेष 57 जिलों में जल्द एक-एक मुख्यमंत्री माडल कंपोजिट स्कूल खोले जाएंगे।

 शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि इन स्कूलों में प्री नर्सरी से लेकर इंटर तक की पढ़ाई हो। पांच से दस एकड़ तक जमीन पर इन स्कूलों का निर्माण करने के लिए जल्द जमीन चिह्नित की जाए। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास के साथ- साथ रोबोटिक्स व मशीन लर्निंग सेंटर के साथ-साथ माड्यूलर लैब आदि की सुविधा होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी 18 मंडल मुख्यालयों में श्रमिकों के बच्चों व निराश्रित बच्चों के लिए एक-एक अटल आवासीय स्कूल खुला है। अब शेष 57 जिलों में अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक-एक मुख्यमंत्री माडल कंपोजिट स्कूल खोलने पर जोर देना होगा।

 इनमें प्री नर्सरी से लेकर इंटरमीडिएट तक प्रत्येक कक्षा में तीन-तीन सेक्शन हों। विद्यालय परिसर में प्रधानाचार्य, शिक्षक संवर्ग व कर्मचारियों के लिए आवासीय भवन भी बनाए जाएं। यहां कक्षा एक से आठ तक कंपोजिट विज्ञान व गणित लैब बनाई जाए और कक्षा नौ से इंटरमीडिएट तक रसायन विज्ञान, भौतिक विज्ञान की माड्यूलर लैब बनाई जाए। 

कंप्यूटर लैब व लैंग्वेज लैब भी बनाई जाए। सभी कक्षाओं के लिए अलग-अलग पुस्तकालय बनाया जाए। खेल का विशाल मैदान हो और औपन जिम के साथ- साथ मल्टीपल एक्टिविटी हाल, सोलर पैनल, वर्षा जल संचयन, वाटर प्लांट, मिड डे मील किचन, डायनिंग हाल, वाशिंग एरिया, हैंडवाशिंग यूनिट और सीसीटीवी कैमरे से आनलाइन निगरानी की व्यवस्था भी की जाए।

योगी ने कहा कि प्री नर्सरी से आठ तक की पढ़ाई के लिए 24 हजार कंपोजिट स्कूलों में से सभी जिलों में एक-एक सर्वश्रेष्ठ स्कूल को मुख्यमंत्री अभ्युदय कंपोजिट विद्यालय के रूप में उच्चीकृत किया जाए। यहां पांच कमरों का एक अभ्युदय ब्लाक बनाया जाए। मिड डे मील शेड, बाल वाटिका, पोषण वाटिका, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, बाल सुलभ फर्नीचर, माड्यूलर डेस्क व बेंच, वाई-फाई की सुविधा और सीसीटीवी कैमरे की भी व्यवस्था की जाए।

 यहां पर उत्कृष्ट शिक्षकों की तैनाती की जाए और इसके लिए कंप्यूटर आधारित टेस्ट की भी व्यवस्था की जाए। यहां लर्निंग बाई ड्राइंग माडल के माध्यम से विद्यार्थियों को कौशल व उद्यमिता विकास के अवसर उपलब्ध कराए जाएं। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि इससे 26 लाख विद्यार्थियों को लाभ होगा।

योगी ने कहा कि विभिन्न कंपनियों से कारपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के माध्यम से धन जुटाकर और जन प्रतिनिधियों की मदद लेकर 250 श्रेष्ठ कंपोजिट स्कूलों को उच्चीकृत किया जाए। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर इसका क्रियान्वयन व अनुश्रवण किया जाए। अंतरराज्यीय व अंतरराष्ट्रीय मार्गों के निकट के स्कूलों को उच्चीकृत किया जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि पीएम स्कूल फार राइजिंग इंडिया ( पीएम श्री ) योजना के तहत पहले चरण में 924 स्कूलों के उच्चीकृत के लिए दिसंबर तक निर्माण कार्यों को पूरा किया जाए। इसमें 272 सरकारी प्राइमरी स्कूल, 570 कंपोजिट स्कूल और 82 माध्यमिक विद्यालय शामिल हैं। कुल 1,725 सरकारी विद्यालय इस योजना के तहत चयनित किए गए हैं।


लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री मॉडल कंपोजिट विद्यालयों के लिए संबंधित जनपदों में भूमि का चिन्हांकन शीघ्र पूरा कर लें। प्रारंभिक रूप में यहां हर कक्षा के लिए न्यूनतम तीन सेक्शन की व्यवस्था हो । विद्यालय परिसर में प्रधानाचार्य, शिक्षक संवर्ग व अन्य स्टाफ के लिए आवासीय सुविधा हो।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि प्रदेश में संचालित 24 हजार कंपोजिट विद्यालयों (प्री प्राइमरी से कक्षा 8 ) से 57 विद्यालयों का चयन कर उन्हें 'मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय' के रूप में उच्चीकृत किया जाए। 

इन मुख्यमंत्री अभ्युदय विद्यालयों में पांच कक्षा-कक्षों से युक्त अभ्युदय ब्लॉक, मिड डे मील शेड, बाल वाटिका, पोषण वाटिका, सुरक्षाकर्मी की तैनाती, बाल सुलभ फर्नीचर, मॉड्यूलर डेस्क बेंच, वाई-फाई व सीसीटीवी की सुविधा हो। इन विद्यालयों के लिए पूर्व से कार्यरत शिक्षकों में से उत्कृष्ट शिक्षकों का प्रमाणिकता आधारित तैनाती की जाए ।


सीएसआर के अच्छे परिणाम

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाएं उपलब्ध कराने में सीएसआर अथवा जनप्रतिनिधियों द्वारा प्राप्त सहायता उपयोगी सिद्ध हुई है। निर्देश दिए कि अभी भी कई विद्यालयों के लिए विशेष प्रयास किया जाना जरूरी है।


यूपी में मनचाहा ट्रांसफर पाने के लिए नया नियम लागू करने की तैयारी, मनचाहे स्कूल में तैनाती पाने के लिए पास करना होगा कंप्यूटर आधारित परीक्षा Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 6:13 AM Rating: 5

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