निर्देश के बाद भी अक्तूबर की रिपोर्ट में 41 बीएसए ने नहीं की एक भी कस्तूरबा विद्यालय की जांच
निर्देश के बाद भी अक्तूबर की रिपोर्ट में 41 बीएसए ने नहीं की एक भी कस्तूरबा विद्यालय की जांच
केजीबीवी : बेटियों की सुरक्षा पर संकट, अधिकारी बेपरवाह
लखनऊ में छात्राओं की शिकायत के बाद भी नहीं बढ़ी सतर्कता
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (केजीबीवी) खुजौली की छात्राओं ने डीएम से संपूर्ण समाधान दिवस में उनके साथ मारपीट व विद्यालय में बाहरियों के आने की शिकायत की थी। ऐसी घटनाएं न हों इसके लिए पहले से ही अधिकारियों को केजीबीवी के नियमित निरीक्षण के निर्देश हैं। इसके बावजूद भी जिला स्तरीय अधिकारियों में सतर्कता नहीं दिख रही है। अधिकारी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के निरीक्षण में रुचि नहीं ले रहे हैं।
समग्र शिक्षा की ओर से पूर्व में ही प्रदेश भर में जिला स्तरीय अधिकारियों को इन विद्यालयों का नियमित निरीक्षण कर व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए गए हैं। पर, हाल ही में जारी अक्तूबर की रिपोर्ट में स्थिति बहुत खराब रही है। हालत यह है कि लखनऊ बीएसए समेत 41 जिलों के बीएसए ने अक्तूबर में एक भी केजीबीवी का निरीक्षण नहीं किया है।
बीएसए ही नहीं, एडी बेसिक आगरा, अलीगढ़, कानपुर, झांसी, चित्रकूट, मिर्जापुर, बरेली, प्रयागराज, मुरादाबाद, बस्ती ने एक भी विद्यालय का अक्तूबर में निरीक्षण नहीं किया है। जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) आगरा, अंबेडकरनगर, अमरोहा, बलिया, बलरामपुर, बांदा, भदोही, बदायूं, इटावा, संभल, फर्रुखाबाद, फतेहपुर, जालौन, ललितपुर, मेरठ, मुरादाबाद, मुजफ्फरगनर, उन्नाव व रायबरेली ने भी निरीक्षण में रुचि नहीं दिखाई है।
कैसे सुधरे व्यवस्था, बड़ा सवाल
ऐसे में इन विद्यालयों की व्यवस्था कैसे सुधरेगी, यह बड़ा सवाल है। क्योंकि जिला स्तरीय अधिकारियों को अपने निरीक्षण में केजीबीवी में छात्राओं की सुरक्षा, पठन-पाठन की व्यवस्था, साफ-सफाई, खान-पान, छात्राओं की शिकायत के लिए रखे ड्रॉप बॉक्स की शिकायतों पर कार्रवाई आदि की जिम्मेदारी दी गई है। हाल ही में हुई शासन की बैठक में अधिकारियों की लापरवाही पर नाराजगी जताते हुए इसमें सुधार के निर्देश दिए गए हैं।
इन जिलों के बीएसए ने नहीं किया निरीक्षण: जिन 41 जिलों के बीएसए ने एक भी केजीबीवी का निरीक्षण नहीं किया है उनमें अवध के लखनऊ, रायबरेली, सीतापुर, गोंडा, बलरामपुर जिले शामिल हैं।
69 जिलों के डायट प्राचार्य भी नहीं निकले
रायबरेली, बिजनौर, चित्रकूट, फिरोजाबाद, गौतमबुद्ध नगर, सोनभद्र को छोड़कर किसी भी जिले के डायट प्राचार्य केजीबीवी की व्यवस्था देखने नहीं गए।
सभी अधिकारियों को केजीबीवी का नियमित निरीक्षण कर व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिए गए हैं। निरीक्षण में महिला अधिकारियों की टीम लगाई जाएगी ताकि छात्राएं खुलकर उनसे अपनी बात रख सकेंगी। पार्थ सारथी सेन शर्मा, अपर मुख्य सचिव, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा विभाग
निर्देश के बाद भी अक्तूबर की रिपोर्ट में 41 बीएसए ने नहीं की एक भी कस्तूरबा विद्यालय की जांच
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
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7:04 AM
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