शिक्षाधिकारी ऑफलाइन और शासन ऑनलाइन : बीईओ ऑनलाइन निरीक्षण में निकले फिसड्डी, मंशा को दरकिनार कर अभी भी पुराने ढर्रे में चल रहे 588 ब्लॉक के बीईओ
इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षक प्रतिदिन अपने मोबाइल से बच्चों की हाजिरी शिक्षा विभाग के अफसरों को भेज रहे हैं, लेकिन उनके ‘साहब’ अपने ‘बड़ों’ को सूचनाएं भेजने में आनाकानी कर रहे हैं। भले ही शासन ने विद्यालयों की ऑनलाइन निरीक्षण आख्या मांगी है, लेकिन खंड शिक्षाधिकारी ऑफलाइन से आगे बढ़ने को तैयार ही नहीं है। इसीलिए अब तक आधे से भी कम खंड शिक्षाधिकारियों ने रिपोर्ट भेजी है, बाकी पुराने र्ढे पर चल रहे हैं।
प्रदेश भर के परिषदीय विद्यालयों में पठन-पाठन का माहौल बनाने, वहां सारे संसाधन मुहैया कराने एवं शिक्षकों की उपस्थिति पर नजर रखने के लिए इस बार से शासन ने ऑनलाइन निरीक्षण आख्या भेजने का निर्देश दिया था। उसके बाद से शिक्षा निदेशक बेसिक ने 18, 20 व 27 अप्रैल और 11 मई को बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आदेश दिया कि शासन के निर्देश का अनुपालन कराया जाए। इसके बाद भी अफसर गंभीर नहीं हुए।
इसीलिए 12 मई तक केवल 443 ब्लाकों के खंड शिक्षाधिकारियों ने ऑनलाइन निरीक्षण आख्या फीड किया। अब भी प्रदेश के 588 खंड शिक्षाधिकारी निर्देश मानने को तैयार नहीं है। सूबे के 1031 ब्लाकों में शैक्षिक माहौल बनाने का जिम्मा खंड शिक्षा अधिकारियों पर ही है।
शासन को समय पर सूचनाएं न भेजने वाले खंड शिक्षा अधिकारियों में तमाम ऐसे हैं, जो ऑफलाइन निरीक्षण आख्या अब भी भेज रहे हैं। वह हाईटेक होने की दिशा में आगे बढ़ना ही नहीं चाहते, वहीं शिक्षकों से यह उम्मीद की जा रही है कि वह मोबाइल एवं कंप्यूटर पर ऐसे कार्य करें मानों उनके लिए यह खिलौना हो, लेकिन खंड शिक्षाधिकारियों की इस रिपोर्ट ने विभागीय दावों की कलई खोल दी है। शिक्षा निदेशक बेसिक ने फिर निर्देश दिया है कि वह प्रत्येक माह की निरीक्षण आख्या खंड शिक्षाधिकारियों से ऑनलाइन भिजवाएं।
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