राजधानी में आज से नहीं बंटेगा मिड डे मील, खाना बर्बाद होने पर अक्षयपात्र संस्था ने भी मिड-डे-मील बांटने से किया इंकार , भेजा बीएसए को पत्र
गर्मी की छुट्टियों में मिड-डे मील (एमडीएम) बांटने की घोषणा का शिक्षक शुरू से विरोध कर रहे थे। अब अक्षयपात्र संस्था ने भी मिड-डे-मील बांटने से इनकार कर दिया है। संस्था ने गुरुवार को बीएसए को पत्र भेजकर बताया है कि दो दिन में 17,650 बच्चों का खाना बरबाद हो चुका है। ऐसे में शुक्रवार से मिड-डे मील नहीं बांटा जा सकेगा।
राजधानी के कई प्राइमरी स्कूलों में गुरुवार को ताला लगा रहा। ऐसे में वहां मिड-डे मील लेकर पहुंची वैन लौट गई। कुछ स्कूल ऐसे भी थे, जहां एमडीएम पहुंचा ही नहीं। रिवर बैंक कॉलोनी स्थित प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक इजहार हुसैन ने बताया कि स्कूल में बच्चे तो आए, लेकिन मिड-डे मील नहीं आया।
जिले के 700 सरकारी स्कूलों में करीब एक लाख बच्चे हैं। अक्षयपात्र के उपमहाप्रबंधक सुनील मेहता ने बताया कि स्कूल खुले रहने पर सबके लिए मिड-डे मील भेज जाता है। गर्मी की छुट्टियां शुरू होने पर बुधवार को सिर्फ 13,000 बच्चों का खाना भेजा गया, लेकिन सिर्फ 250 बच्चों ने खाना खाया। गुरुवार को सिर्फ उन्हीं स्कूलों में मिड-डे मील भेजा गया, जहां बच्चों ने खाया था। दूसरे दिन 5,000 बच्चों का खाना बना, लेकिन सिर्फ 100 बच्चों ने ही मील खाया। इस तरह दो दिन में 17,650 बच्चों का खाना बरबाद हुआ। ऐसे में बीएसए प्रवीण मणि त्रिपाठी को शुक्रवार से एमडीएम न बांटने की सूचना भेजी है।
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