एजुकेशन क्वॉलिटी सुधारेगी सरकार, रीजनल मीटिंग के जरिए शेयर होंगे कई राज्यों के गुड आईडिया
⚫ एक राज्य के अच्छे सिस्टम को दूसरे राज्य में लागू किया जाएगा
नई दिल्ली : एजुकेशन क्वॉलिटी सुधारने और पारदर्शिता लाने के लिए एचआरडी मिनिस्ट्री ने एक राज्य के अच्छे सिस्टम को दूसरे राज्यों से शेयर करने और उन्हें लागू करने के लिए मदद करने की पहल की है। रीजनल मीटिंग्स के जरिए राज्यों की अच्छी प्रैक्टिस को दूसरे राज्यों को बताया जाएगा।
⚫ ऑनलाइन डेटा की सीख राजस्थान से
मिनिस्ट्री के एक अधिकारी के मुताबिक अलग-अलग राज्यों में एजुकेशन का स्तर सुधारने के लिए अच्छी पहल की गई हैं। अब मिनिस्ट्री इसे एक जगह से दूसरे जगह पहुंचाने का जरिया बन रहा है। उन्होंने बताया कि राजस्थान में स्कूल लेवल के सभी डेटा को ऑनलाइन किया है, जिसमें स्टूडेंट्स का डेटा, टीचर्स का डेटा, परफॉर्मेंस सभी जानकारियां ऑनलाइन उपलब्ध हैं। दूसरे राज्यों को भी इसके लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। मिनिस्ट्री के अधिकारी के मुताबिक राजस्थान को इस मामले में मॉडल स्टेट की तरह दूसरे राज्यों के सामने पेश किया जाएगा और राजस्थान के अनुभवों से उन्हें सीखने के लिए कहा जाएगा।
⚫ एडमिनिस्ट्रेटिव लेवल पर स्कूलों का मर्जर
उन्होंने बताया कि राजस्थान ने ही एक और अच्छा एक्सपेरिमेंट किया है। वहां एक ही एरिया में चल रहे अलग-अलग स्कूलों को एडमिनिस्ट्रेटिव लेवल पर एक कर दिय गया है। जैसे एक ही एरिया में कुछ प्राइमरी स्कूल, कुछ सीनियर सेकंडरी स्कूल या इंटर कॉलेज चल रहे थे।
इन्हें एडमिनिट्रेटिव लेवल पर एक ही हेड के अंडर कर दिया गया है, जिससे इन सभी स्कूलों का इंफ्रास्ट्रक्चर, रिसोर्स सब एक-दूसरे से शेयर हो पा रहे हैं।
⚫ टीचर रिक्रूटमेंट में पारदर्शित
जहां टीचरों की कमी थी, उसे दूसरे स्कूल के जरिए पूरा किया जा रहा है। इसका एक और फायदा दिख रहा है कि स्टूडेंट को एक लेवल से दूसरे लेवल पर जाने के लिए अलग से पूरी एडमिशन प्रोसेस से नहीं गुजरना पड़ रहा।
अधिकारी के मुताबिक गुजरात के गुणोत्सव को दूसरे राज्यों में भी लागू करने के लिए रीजनल मीटिंग के जरिए उन्हें इस बारे में बताया जाएगा।
गुणोत्सव में साल में एक बार अलग-अलग विभागों के सीनियर अधिकारी अलग-अलग स्कूलों में जाते हैं और वहां बच्चों से इंटरेक्शन करते हैं। इस दौरान इसका मूल्यांकन भी किया जाता है कि बच्चे स्कूल में कितना सीख पा रहे हैँ। जिसके बाद वह अपना फीडबैक देते हैं। इस आधार पर आगे काम किया जाता है।
⚫ एक राज्य के अच्छे सिस्टम को दूसरे राज्य में लागू किया जाएगा
मिनिस्ट्री ने गुड आइडिया की जो लिस्ट बनाई है, उसमें कर्नाटक का ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम भी है। मिनिस्ट्री के अधिकारी के मुताबिक इस सिस्टम में टीचर्स की रिक्रूटमेंट और ट्रांसफर सब पारदर्शी तरीके से की जाती है। मिनिस्ट्री चाहती है कि बाकी राज्य भी इसी तरह का सिस्टम बनाएं और लागू करेंगे। मिनिस्ट्री की तरफ से यह भी कहा गया है कि अगर किसी राज्य को कोई सिस्टम लागू करने में मिनिस्ट्री की मदद की दरकार है तो मदद दी जाएगी।
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