स्कूलों में बिना किताबें पढ़ रहे हजारों बच्चे, किताबें वितरण करने के साथ ही ड्रेस बांटने में भी घोर लापरवाही, कुछ जनपदों में दस फीसदी वितरण की सूचना से तलब किया गया ब्यौरा
● कमिश्नर कार्यालय से चार जिलों के बीएसए को जारी किया कारण बताओ नोटिस
● सीतापुर के हालात सबसे खराब, इस महीने नहीं बांटी किताबें तो कार्रवाई तय
लखनऊ : प्राइमरी स्कूलों के स्टूडेंट्स को किताबें वितरण करने के साथ ही ड्रेस बांटने में भी घोर लापरवाही बरती गई। इस मामले में कमिश्नर ने सीतापुर, हरदोई, उन्नाव और लखीमपुर खीरी के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। सूत्रों के मुताबिक लखीमपुर खीरी में 3950 स्कूलों में 4.69 लाख स्टूडेंट्स पंजीकृत हैं। इसके बावजूद यहां सिर्फ 10 फीसदी स्टूडेंट्स को ही ड्रेस बांटी गई। वहीं किताबों के वितरण में भी घोर लापरवाही बरती जा रही है।
● लखीमपुर का भी बुरा हाल
लखीमपुर खीरी के 3950 स्कूलों में 4.69 लाख स्टूडेंट्स पंजीकृत हैं, लेकिन कमिश्नर को दिए गए ब्योरे में करीब 10 फीसदी स्टूडेंट्स को ही कॉपी, किताब और ड्रेस बांटने की जानकारी दी गई। हालांकि बीएसए ने बताया कि यह ब्योरा मिस प्रिंटिंग से आ गया। इस पर कमिश्नर कार्यालय के अधिकारियों ने उनके तर्क को सिरे से खारिज कर पूरा ब्योरा तलब कर लिया है।
● 20 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स वंचित
सूत्रों के मुताबिक 30 अगस्त तक कम से कम 95 फीसदी स्टूडेंट्स को कॉपी, किताब और ड्रेस का वितरण होना जाना चाहिए था। इसके बाद भी इस काम में घोर लापरवाही बरती गई। उन्नाव में 3253 स्कूलों में 2.56 लाख पंजीकृत स्टूडेंट्स में 20 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स को अब तक कॉपी-किताबें मिली और ड्रेस नहीं मिली है।
● 1 लाख स्टूडेंट्स अब भी कर रहे इंतजार
सीतापुर जिले के एक लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स को अब तक न ही ड्रेस मिली है न ही कॉपी और किताबें। सूत्रों के अनुसार यहां के 4360 स्कूलों में 5.37 लाख स्टूडेंट्स पंजीकृत हैं लेकिन अब तक 4.52 लाख स्टूडेंट्स को ही कॉपी, किताबें और ड्रेस मुहैया करवाई गई हैं।
इसको गंभीरता से लेते हुए संयुक्त विकास आयुक्त ने चारों जिलों के बीएसए को नोटिस जारी करके एक हफ्ते में जवाब मांगा है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में इन जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है। साथ ही इन जिलों के अधिकारियों के सितंबर के अंत तक 100 फीसदी वितरण का निर्देश दिया गया है।
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