इलाहाबाद समेत सात और जिलों में मिड डे मील बांटेगी अक्षयपात्र, वाराणसी, आगरा, कानपुर, कन्नौज, गाजियाबाद इटावा भी शामिल
🔴 गरीबों को भी मुफ्त भोजन
वृंदावन : मथुरा और लखनऊ जिले के तकरीबन तीन लाख स्कूली बच्चों को अपरान्ह भोजन परोसने वाली संस्था अक्षयपात्र इस साल के आखिरी तक सूबे के सात और जिलों में अपना विस्तार करने जा रही है। प्रदेश सरकार इस संस्था को मिड डे मील बनाने के लिए जगह उपलब्ध कराने के साथ ही जरूरी संसाधनों के लिए 120 करोड़ की राशि शीघ्र उपलब्ध कराएगी।
अक्षयपात्र ने सबसे पहले मथुरा में स्कूली बच्चों को मिडडे मील बांटने की शुरुआत की थी। संस्था मथुरा जिले के 200 सरकारी प्राथमिक विद्यालयों में तकरीबन 1.75 लाख बच्चों को दोपहर का भोजन उपलब्ध कराती है। इसके लिए साप्ताहिक मेन्यू है। पिछले साल संस्था ने लखनऊ जिले में भी अपनी योजना का विस्तार किया। यहां भी काफी संख्या में बच्चों को दोपहर का भोजन संस्था उपलब्ध कराती है। अक्षयपात्र संस्था के पीआरओ कमल योगी ने बताया कि प्रदेश सरकार ने इस संस्था को अब अपना किचन वाराणसी, आगरा, कानपुर, कन्नौज, इलाहाबाद, गाजियाबाद और इटावा जिले में भी खोलने के लिए हरी झंडी दिखा दी है।
इन सब जिलों में इस वर्ष के अंत तक अक्षयपात्र स्कूली बच्चों को भोजन उपलब्ध कराने की शुरुआत कर देगी। इन जिलों में किचन खोलने के लिए सरकार जमीन मुहैया कराएगी। एक किचन की क्षमता एक घंटे में 50 हजार से एक लाख बच्चों का भोजन बनाने की होगी।
अक्षयपात्र न सिर्फ स्कूली बच्चों, बल्कि गरीब-असहाय और साधु-संतों को भी दोपहर का भोजन कराती है। इसके लिए परिक्रमा मार्ग में स्थान और समय तय है। तय समय में आने वाले सभी लोगों को भोजन का वितरण किया जाता है। अक्षयपात्र के अनंतवीर प्रभु महाराज ने बताया कि निराश्रित महिलाओं के लिए भी दिन का भोजन वृंदावन के आश्रय सदनों में भेजा जाता है।
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