गर्मी की छुट्टियों के बाद जुलाई से मिड-डे मील में बटेंगे ताजे और मौसमी फल, चार रुपये की अनुमानित लागत का दिया जाएगा एक फल
लखनऊ : सूबे के 1.6 लाख परिषदीय स्कूल के पौने दो करोड़ बच्चों को गर्मी की छुट्टियों के बाद जुलाई से मिड-डे मील योजना के तहत प्रत्येक सोमवार को ताजे व मौसमी फल दिये जाएंगे। बच्चों को स्कूल पहुंचते ही सुबह के नाश्ते के तौर पर फल दिये जाएंगे जिससे कि उन्हें पढ़ाई के लिए वांछित ऊर्जा (कैलोरी) उपलब्ध हो सके। साथ ही फल खाने और मिड-डे मील के बीच पर्याप्त अंतराल भी हो।
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📌 मध्यान्ह भोजन अंतर्गत ताजे और मौसमी फल दिए जाने के सम्बन्ध में आदेश जारी, ग्रीष्मावकाश के बाद जुलाई से प्रत्येक सोमवार बटेंगे फल
जुलाई का पहला सोमवार चार तारीख को पड़ रहा है। लिहाजा चार जुलाई से स्कूलों में फल वितरण शुरू होगा। सोमवार को छुट्टी होने पर अगले शिक्षण दिवस में फल बांटे जाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने इस बारे में मंगलवार को सभी जिलाधिकारियों को शासनादेश जारी कर दिया है। सोमवार को हर बच्चे को एक फल दिया जाएगा जिसकी अनुमानित लागत चार रुपये आंकी गई है।
फल वितरण के लिए जारी की जाने वाली धनराशि ‘फल’ नामक मद के अंतर्गत मध्याह्न् भोजन निधि में भेजी जाएगी जिसे परिवर्तन लागत की तरह खाते से निकाल कर स्थानीय स्तर पर फल खरीदे जाएंगे। शासन द्वारा जिले की अनुमोदित छात्र संख्या के आधार पर अप्रैल और सितंबर में फल वितरण के लिए वित्तीय स्वीकृति जारी की जाएगी।
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