फर्जी संस्था द्वारा शिक्षक भर्ती के नाम पर ठगी का मामला, पुलिस जांच में पता चला संस्था कहीं पंजीकृत ही नहीं
शिक्षक भर्ती प्रकरण : नौकरी के नाम पर 15 हजार लोगों को ठगा
लखनऊ ’ वरिष्ठ संवाददातानेशनल ब्यूरो ऑफ प्रोफेशनल टे¨स्टग (एनबीपीटी)
संस्था ने शिक्षक भर्ती का झांसा देकर 15 हजार से अधिक युवाओं को ठगा।
पुलिस का आंकलन है कि जालसाजों ने आवेदन फॉर्म और पाठ्य सामग्री बेंचकर सात
करोड़ से अधिक रुपये हड़पे। भर्ती के लिए आवेदन करने वाले विकासनगर के
देवेन्द्र सिंह ने बताया कि संस्था ने अलीगंज में ऑफिस भी खोला था। पर, तीन
महीने बाद ही ऑफिस में ताला पड़ गया। धांधली की जांच कर रही नोएडा पुलिस
ने खुलासा किया कि संस्था का रजिस्ट्रेशन किसी भी सरकारी विभाग में नहीं
कराया गया है। नोएडा पुलिस के मुताबिक संस्था का संचालक अरुण कुमार सिंह
हाथरस का रहने वाला है। उसकी सहयोगी मोहिनी मेरठ के पांडव इलाके की रहने
वाली है। यह संस्था पहले भी दो बार भर्ती परीक्षा आयोजित करा चुकी है।
तीनों परीक्षाओं में आयोजकों को 15 हजार आवेदकों ने ऑनलाइन फार्म भरकर फीस
जमा की। आयोजकों ने फार्म भरने वाले युवाओं को परीक्षा पास करने में मदद
करने के नाम पर 3,600 रुपये की पाठ्य सामग्री भी बेंची। मार्च में जिन
लोगों ने परीक्षा दी थी उनकी फर्जी मेरिट लिस्ट तैयार कर चयनित अभ्यर्थियों
को ईमेल कर 22 मई से ऑनलाइन ट्रेनिंग शुरू करने की जानकारी दी गई थी।
ट्रेनिंग के नाम पर प्रत्येक अभ्यार्थी से पांच हजार रुपये भी जमा कराए गए
थे।
फर्जी संस्था द्वारा शिक्षक भर्ती के नाम पर ठगी का मामला, पुलिस जांच में पता चला संस्था कहीं पंजीकृत ही नहीं
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
6:00 AM
Rating:
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
6:00 AM
Rating:

No comments:
Post a Comment