राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत स्वास्थ्य परीक्षण के साथ बेसिक स्कूलों में लगेंगे औषधीय पौधे, पहले चरण में चयनित दस जिलों के दो दो विकासखण्डो में शुरू होगा काम
लखनऊ : राष्ट्रीय आयुष मिशन के अंतर्गत प्रदेश के दस जिलों में प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्रओं के स्वास्थ्य परीक्षण का अभियान साल भीतर विस्तार लेकर तीस जिलों तक पहुंचेगा। इन स्कूलों में स्वास्थ्य परीक्षण के साथ औषधीय पौधे भी लगाए जाएंगे। राज्य आयुष मिशन निदेशालय में आयुष कार्यक्रमों की प्रगति की समीक्षा करते हुए चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ.अनूप चंद्र पाण्डेय ने कहा कि जुलाई में स्कूल खुलने से पहले स्वास्थ्य परीक्षण से जुड़ी सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएं। पहले चरण में चयनित दस जिलों लखनऊ, गोरखपुर, आगरा, कन्नौज, पीलीभीत, मुजफ्फरनगर, बांदा, झांसी, गाजियाबाद व सिद्धार्थ नगर के दो-दो विकास खंडों में परिषदीय प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के सभी विद्यार्थियों का स्वास्थ्य परीक्षण हर माह किया जाए।
इस पूरे कार्यक्रम का संचालन क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी, जिला होम्योपैथी अधिकारी व बेसिक शिक्षा अधिकारी के समन्वय से होगा। वित्तीय वर्ष 2016-17 में ही 20 अन्य जिलों में इसका विस्तार कर तीस जिलों तक पहुंचाया जाएगा। स्वास्थ्य परीक्षण में बच्चों की दृश्य-श्रव्य समस्याओं का आंकलन, शारीरिक विकलांगता व त्वचा की समस्याओं के समाधान के साथ सीखने की समर्थता आदि का पता लगाते हुए उनके उपचार का प्रबंध किया जाएगा। इसके अलावा कुपोषण जनित व्याधियों, खून की कमी व पेट में कीड़े होने जैसी समस्याओं का इलाज व फॉलोअप भी किया जाएगा।
प्रमुख सचिव ने निर्देश दिये कि जिन स्कूलों में स्वास्थ्य परीक्षण हो, वहां औषधीय पौधे भी रोपे जाएं। इसके लिए विद्यालय के शिक्षकों व बच्चों को प्रोत्साहित किया जाए। औषधीय पौधों के गमले तैयार कर उनका प्रदर्शन हो और घरेलू उपचारों के साथ स्थानीय औषधीय पौधों की जानकारी दी जाए।
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