अंतरजनपदीय तबादला प्रक्रिया जल्द शुरू होने के आसार नहीं, परिषद ने एनआईसी को भेजा शासनादेश, जवाब का इन्तजार
इलाहाबाद : बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले
का शासनादेश जारी हो चुका है, लेकिन तबादला प्रक्रिया जल्द शुरू होने के
आसार नहीं है। तबादले की समय सारिणी जारी होने में देरी की वजह ऑनलाइन
आवेदन है, जो बिना एनआइसी लखनऊ की सहमति के जारी होना संभव नहीं है।
हालांकि परिषद के अफसरों ने शासनादेश एनआइसी को भेजकर जल्द वेबसाइट तैयार
कराने का अनुरोध किया है। संभव यह है कि यह प्रक्रिया पहली जुलाई या फिर
उसके बाद ही शुरू हो पाएगी।
प्रदेश भर के परिषदीय शिक्षकों की मांग पर
शासन ने इस बार अंतरजनपदीय तबादला करने की नीति 23 जून को जारी कर दिया है।
इसमें शिक्षकों का तबादला किन शर्तो पर होगा इसका विस्तार से जिक्र है,
लेकिन ऑनलाइन आवेदन लेकर उसकी काउंसिलिंग आदि कराने की समय सारिणी जारी
करने की जिम्मेदारी परिषद सचिव को दी गई है। परिषद मुख्यालय पर तबादलों का
खाका भी खींचा जा चुका है, लेकिन इसे शुरू करने में सबसे बड़ी जरूरत
वेबसाइट तैयार होना है। यह काम एनआइसी करेगी, परिषद ने इस संबंध में पत्र
भी भेज दिया है, लेकिन वेबसाइट जल्द तैयार हो पाएगी इसकी उम्मीद कम ही है।
इस समय एनआइसी की वेबसाइट पर बीटीसी 2015 के लिए पंजीकरण एवं आवेदन लिए
जाने का सिलसिला तेज है। माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की टीजीटी-पीजीटी
2016 की भर्ती के लिए भी आवेदन लिए जा रहे हैं। साथ ही आगामी 30 जून से
16448 शिक्षकों की भर्ती के लिए आवेदन लिए जाएंगे। कई भर्तियों की
प्रक्रिया एक साथ चलने से शिक्षकों के तबादले की वेबसाइट बनने में वक्त
लगेगा। ऐसे संकेत हैं कि कम से कम एक सप्ताह का समय जरूर लगेगा। इससे यह भी
तय है कि शासन ने तबादला पूरा करने की अंतिम तारीख 15 जुलाई तय की है उसे
और बढ़ाना पड़ेगा। यही नहीं तबादले में कई शिक्षकों की कई कैटेगरी, संतृप्त
व असंतृप्त आदि जिलों का जिक्र होने से फेरबदल करने में भी काफी समय
लगेगा। अनुमान है कि तबादला प्रक्रिया 31 जुलाई तक खिंचेगी। वैसे कई जिलों
ने अब तक शिक्षकों का सैलरी डाटा वेबसाइट पर अपलोड ही नहीं किया है, जबकि
कई बार निर्देश दिए जा चुके हैं। फिलहाल सभी की निगाहें समय सारिणी घोषित
होने पर लगी हैं।
अंतरजनपदीय तबादला प्रक्रिया जल्द शुरू होने के आसार नहीं, परिषद ने एनआईसी को भेजा शासनादेश, जवाब का इन्तजार
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
8:24 AM
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