परिषदीय स्कूलों में तैयार होंगे साहित्यकार, गुरुजी से ज्ञान लेकर कहानी और कविता लिखेंगे बच्चे, जिला, मंडल व राज्य स्तर पर सम्मानित करने की व्यवस्था
⚫ ये होंगे कार्यक्रम
★ पठन-पाठन को बढ़ावा देने के लिए स्लोगन प्रतियोगिता।
★ पाठ्य पुस्तक में पढ़ी किसी कहानी का नाट्य मंचन।
★ शिक्षण सामग्रियों का निर्माण कर बच्चों को पढ़ाना।
★ बच्चों द्वारा कहानी निर्माण करके उसका प्रदर्शन करना।
★ सबसे अधिक पंसद की जाने वाली पुस्तकों पर पोस्टर्स निर्माण।
★ पाठ्य पुस्तकों को पढ़कर उसी दूसरी रचना तैयार कराना।
★ कविता व चित्रकारी करके उसे कार्यक्रमों में प्रदर्शित कराना।
गोंडा : अब बेसिक शिक्षा परिषद बच्चों को चित्रकार, कवि व साहित्यकार बनाएगा। स्कूलों में पाठ्यक्रम पर आधारित प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। इसके लिए प्रथम चरण में 100 प्राइमरी स्कूलों का चयन किया जा रहा है। यहां विद्यालयवार 16 हजार रुपये की धनराशि दी जाएगी। इससे अध्यापक शिक्षण सामग्री तैयार कर छात्रों को पढ़ाएंगे। इसमें बच्चे कहानी, कविता व अन्य साहित्यिक पुस्तकों की रचना करेंगे। इसे प्रदर्शनी में प्रस्तुत किया जाएगा। विजेता छात्रों को जिला, मंडल व राज्य स्तर पर सम्मानित करने की व्यवस्था की गई है।
सर्व शिक्षा अभियान के तहत पढ़े भारत बढ़े भारत योजना की वार्षिक कार्ययोजना तैयार कर ली गई है। इसमें लोगों को साथ जोड़कर विद्यालयों का संचालन किया जाएगा। पाठ्य पुस्तक में पढ़े गए किसी अध्याय या चित्र को आधार बनाकर नाट्य मंचन का कार्यक्रम का आयोजित होगा। बीएसए अजय कुमार सिंह ने खंड शिक्षा अधिकारियों को विद्यालय चयन की जिम्मेदारी दी है। इसके लिए बीईओ विद्यालयों में जाएंगे और अच्छा कार्य करने वाले छात्र- छात्रओं का चयन करके उनको सम्मानित करेंगे। शिक्षण सामग्रियों को खरीदने के लिए 2619, टीएलएम के लिए छह हजार व इन सामानों को रखने के लिए आलमारी खरीदी जाएगी। इसके लिए आठ हजार रुपये की धनराशि जारी की जाएगी।
पढ़े भारत बढ़े भारत कार्यक्रम के तहत 100 स्कूलों का चयन किया जा रहा है। इसमें ऐसे स्कूलों का चयन किए जाने का निर्देश दिया गया है। जिसमें छात्र संख्या 100 से अधिक हो। इन्हें शिक्षण सामग्री खरीदने सहित अन्य कार्यक्रमों के लिए धनराशि जारी की जा रही है। ताकि समय से कार्यक्रम का संचालन हो सके। ~अजय कुमार सिंह, बेसिक शिक्षा अधिकारी
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