शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन करने वालों में मची होड़, दूसरे दिन 30 हजार पंजीकरण,15 हजार आवेदन, बीएड के शामिल होने से होंगे रिकॉर्ड आवेदन
शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन करने वालों में मची होड़, दूसरे दिन 30 हजार पंजीकरण,15 हजार आवेदन, बीएड के शामिल होने से होंगे रिकॉर्ड आवेदन
■ शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए आवेदन करने वालों में मची होड़
■ प्राथमिक स्कूलों में बीएड के शामिल होने से होंगे रिकॉर्ड आवेदन
इलाहाबाद : उप्र शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी यूपी टीईटी 2018 के लिए पंजीकरण व आवेदन करने की होड़ मच गई है। प्रक्रिया शुरू होने के दूसरे ही दिन 30 हजार पंजीकरण व 15 हजार से अधिक आवेदन हो गए हैं, जबकि यह सिलसिला चार अक्टूबर तक चलना है। प्राथमिक स्कूलों के लिए इस बार बीएड को शामिल किए जाने से आवेदकों की संख्या रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचने की उम्मीद की जा रही है।
प्रदेश सरकार 97 हजार पदों के लिए शिक्षक भर्ती दिसंबर माह में करा रही है। इसके पहले टीईटी 2018 आगामी चार होना है, क्योंकि इसमें उत्तीर्ण होने वाले ही भर्ती की लिखित परीक्षा के लिए अर्ह होंगे। मंगलवार दोपहर से ऑनलाइन पंजीकरण व आवेदन लेने की प्रक्रिया शुरू हुई है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय की मानें तो दूसरे दिन शाम तक 30 हजार से अधिक पंजीकरण व करीब 15 हजार से अधिक आवेदन हुए हैं। यह प्रक्रिया चार अक्टूबर तक चलनी है। ऐसे में आवेदकों की संख्या अधिक रहेगी।
■ पहचान पत्र के और बढ़ेंगे विकल्प : टीईटी के पंजीकरण व आवेदन में इस बार मात्र तीन विकल्प ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड और पासपोर्ट ही होने से व्यापक विरोध हो रहा है। ‘दैनिक जागरण’ ने इस मसले को बुधवार को प्रमुखता से उठाया और अभ्यर्थियों ने इसके विरोध में प्रदर्शन किया। उनका कहना था कि अधिकांश अभ्यर्थियों के पास आधार नंबर या फिर मतदाता पहचानपत्र है। मात्र तीन विकल्प होने से तमाम आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। इसे बदला जाए। प्रतियोगी मोर्चा के विक्की खान व अनिल कुमार पाल ने बुधवार को इसकी शिकायत परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी से की।
सचिव ने कहा कि एनआइसी ने आधार नंबर को निजता का मामला कहकर उसे पहचानपत्र में शामिल करने से मना किया है। जल्द ही शासन स्तर पर वार्ता करके पहचानपत्र के और विकल्प बढ़ाएंगे। प्रतियोगियों ने कहा कि तीन दिन में और पहचानपत्र के विकल्प नहीं जुड़े तो कार्यालय घेरेंगे।
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