बेसिक शिक्षा निदेशक ने बीएसए को जारी किए निर्देश, सरकारी स्कूलों में 31 अक्टूबर तक बंटेंगे स्वेटर, गड़बड़ी पर होगी कार्रवाई
स्वेटर की क्वॉलिटी खराब पाए जाने, फर्जी छात्र संख्या दिखाकर अधिक वितरण दिखाने के साथ नकद भुगतान करने की शिकायतें सही पाई गईं तो एसएमसी के अध्यक्ष व संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उनसे अधिक खर्च की गई धनराशि की वसूली होगी।
•एनबीटी, लखनऊ: सरकारी प्राइमरी और जूनियर हाईस्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को 31 अक्टूबर तक नि:शुल्क स्वेटर बांटे जाएंगे। बेसिक शिक्षा निदेशक सर्वेंद्र विक्रम बहादुर सिंह ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए हैं। हालांकि, अब तक स्वेटर खरीदारी के लिए बजट नहीं जारी किया गया है।
राज्य सरकार की ओर से वर्तमान शैक्षिक सत्र 2018-19 में सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले कक्षा एक से आठ तक के करीब एक लाख 67 हजार बच्चों को फ्री में स्वेटर दिए जाने हैं। समय से स्वेटर बांटने की जिम्मेदारी स्कूल मैनेजमेंट कमिटी (एसएमसी) को सौंपी गई है। इसके लिए 15 अक्टूबर तक खरीदने की समय सीमा तय की गई है, जबकि 31 अक्टूबर तक बांटे जाने के निर्देश दिए गए हैं। स्वेटर का रंग मेहरून होगा और इसका मूल्य 200 रुपये प्रति स्वेटर से अधिक नहीं होगा।
मॉनिटरिंग लिए
कमिटी गठित
स्कूलों में अच्छी क्वॉलिटी का स्वेटर देने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में एक कमिटी गठित की गई है। इसमें सीडीओ, सीनियर एसडीएम, महाप्रबंधक/ प्रबंधक उद्योग विभाग के अलवा मुख्य कोषाधिकारी को बतौर सदस्य शामिल किया गया है, जबकि बीएसए सदस्यत सचिव के रूप में नामित किए गए हैं। इसके अलावा एसएमसी चार सदस्यों की क्रय समिति भी
सरकारी स्कूलों में 31 अक्टूबर तक बंटेंगे स्वेटर
शासन ने प्रति स्वेटर 200 रुपये का मूल्य निर्धारित किया है। साथ ही खरीदने और वितरण की तारीख भी तय कर दी है, लेकिन अभी तक इसका बजट नहीं जारी किया है। ऐसे में समय से स्वेटर खरीदारी और बच्चों को उपलब्ध करवाना आसान नहीं होगा।
नहीं आया बजट, कैसे होगी खरीदारी/
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