अनुत्तीर्ण अभ्यर्थियों को राहत के संकेत, संशोधित रिजल्ट जारी करने या फिर पूरा परिणाम नए सिरे से घोषित करने पर अब तक सहमति नहीं बन सकी।
अनुत्तीर्ण अभ्यर्थियों को राहत के संकेत, संशोधित रिजल्ट जारी करने या फिर पूरा परिणाम नए सिरे से घोषित करने पर अब तक सहमति नहीं बन सकी।
इलाहाबाद : परिषदीय स्कूलों की 68500 सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा में अंकों की हेराफेरी के कारण फेल हुए अभ्यर्थियों को राहत देने के संकेत हैं। शासन की उच्च स्तरीय जांच टीम के सामने यह साबित हो चुका है कि अंक दर्ज करने में गड़बड़ी हुई है। ऐसे अभ्यर्थियों का चयनित होना लगभग तय है। जांच समिति इस संबंध में शासन को सुझाव भी दे सकती है। हालांकि इस बात पर सहमति नहीं बन सकी है कि इसके लिए संशोधित रिजल्ट जारी हो या फिर पूरा परिणाम नए सिरे से घोषित किया जाए।
जांच में यह प्रमाणित हो गया है कि अंक दर्ज करने में बड़ी गड़बड़ी हुई है। माना जा रहा है कि जिन मेधावी युवाओं ने परीक्षा में अच्छे अंक अर्जित किए लेकिन, रिजल्ट की चूक से अनुत्तीर्ण हो गए, उनका दोष नहीं है। उन्हें चयनित होने का अवसर दिया जाए। जांच टीम शासन को ऐसे अभ्यर्थियों की सूची भी सौंपेंगी।
■ एजेंसी ब्लैक लिस्ट, चुनिंदा कर्मचारी व शिक्षक पर संकट: भर्ती के परीक्षा परिणाम तैयार करने में कार्यदायी संस्था का ब्लैक लिस्ट होना तय है। वहीं, परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय के चुनिंदा कर्मचारी व मूल्यांकन में लगे कुछ शिक्षकों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
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