शिक्षक भर्ती : एक लाख से अधिक कॉपियों का बार कोड का मिलान आज से, करीब ढाई हजार अभ्यर्थियों ने मांगी है स्कैन कॉपी
शिक्षक भर्ती : एक लाख से अधिक कॉपियों का बार कोड का मिलान आज से, करीब ढाई हजार अभ्यर्थियों ने मांगी है स्कैन कॉपी
इलाहाबाद : परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं की बार कोड का मिलान बुधवार से शुरू होगा। इसके लिए संबंधित एजेंसी को कहा गया है। सभी एक लाख से अधिक कॉपियां और उस पर डाला गया कोड जांचा जाएगा। इसी में सोनिका देवी की कॉपी भी खोजी जाएगा। यह तय है कि इसमें एक और अभ्यर्थी प्रभावित होगा।
■ स्कैन कॉपी देने के लिए धरना : परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में मंगलवार को प्रदेश भर के सैकड़ों अभ्यर्थियों ने परीक्षा की स्कैन कॉपी जल्द मुहैया कराने के लिए धरना दिया। उनका कहना है कि कॉपी आवेदन के 30 दिन में डाक से घर भेजे जाने का आदेश हुआ है लेकिन, इसमें काफी विलंब होगा और वह नियुक्ति नहीं पा सकेंगे।
रजिस्ट्रार जीवेंद्र सिंह ऐरी ने सभी को आश्वस्त किया कि सभी को उनकी उत्तर पुस्तिका मुहैया कराई जाएगी और यदि गलती से परिणाम में कोई अनुत्तीर्ण हुआ है तो उसकी भरपाई नियमानुसार की जाएगी। इसके लिए अभ्यर्थी कतई परेशान न हों। यहां अनूप सिंह, विशाल प्रताप, मोहम्मद अजमल, अनिरुद्ध शुक्ल आदि मौजूद रहे।
■ करीब ढाई हजार अभ्यर्थियों ने मांगी है स्कैन कॉपी
इलाहाबाद : परिषद के प्राथमिक स्कूलों में सहायक अध्यापक भर्ती की लिखित परीक्षा 27 मई को प्रदेश के मंडल मुख्यालयों पर कराई गई। उसमें करीब एक लाख सात हजार से अधिक अभ्यर्थी शामिल हुए। परिणाम 13 अगस्त को जारी हुआ जिसमें 41556 अभ्यर्थी सफल घोषित हुए। रिजल्ट आने के बाद कई अभ्यर्थियों ने मूल्यांकन में गड़बड़ी की शिकायत परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में की है।
करीब ढाई हजार ने दो हजार रुपये का डिमांड ड्राफ्ट जमा करके परीक्षा की स्कैन कॉपी मांगी है। उत्तर पुस्तिका मिलने में देरी होने पर अनेक अभ्यर्थी हाईकोर्ट पहुंचे हैं। कोर्ट ने अंकित व मनोज की उत्तर पुस्तिका दस दिन में देने का निर्देश दिया था। लिखित परीक्षा में शामिल होने वाली एससी की सोनिका देवी ने भी परीक्षा नियामक कार्यालय से स्कैन कॉपी हासिल की थी और उसे हाईकोर्ट में चुनौती दी। कोर्ट के निर्देश पर जांच में सामने आया कि बार कोड गलत डाला गया। उसकी मूल कॉपी अभी मिली नहीं है लेकिन, उसे नियुक्ति की काउंसिलिंग में शामिल कराने को कहा गया है। उन्नाव बीएसए को निर्देश जारी हो चुका है।
इधर परीक्षा नियामक प्राधिकारी सचिव डा. सुत्ता सिंह का कहना है कि जिन अभ्यर्थियों ने परीक्षा में कम अंक मिलने का दावा किया, उन सभी की जांच चल रही है। ये दोनों प्रकरण उसी जांच का हिस्सा हैं। मूल्यांकन राजकीय कालेजों के शिक्षकों ने किया है, रिपोर्ट जल्द आएगी।
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