शैक्षणिक सामग्री को व्यक्तिगत प्रचार, विज्ञापन का माध्यम बनाये जाने से DGSE खफा, शिक्षण सामग्री पर लगी अधिकारियों की फोटो तो होगी कार्रवाई

शैक्षणिक सामग्री को व्यक्तिगत प्रचार, विज्ञापन का माध्यम बनाये जाने से DGSE खफा,  शिक्षण सामग्री पर लगी अधिकारियों की फोटो तो होगी कार्रवाई 


बेसिक शिक्षा विभाग: ई-पाठशाला के प्रचार पोस्टर में नहीं लगेगी अफसरों की तस्वीर

बेसिक शिक्षा विभाग : पोस्टर-बैनर पर छपेगी उत्कृष्ट शिक्षकों की तस्वीर

 
प्रयागराज। परिषदीय विद्यालयों के लिए संचालित मिशन प्रेरणा, मिशन प्रेरणा की ई-पाठशाला सहित दूसरी शैक्षिक गतिविधियों के संचालन में जिले एवं विकास खंडों में यदि किसी बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए), खंड शिक्षाधिकारी (बीईओ) ने अपनी फोटो लगाई तो उसके ऊपर कार्रवाई होगी। प्रदेश के स्कूल शिक्षा महानिदेशक विजय किरण आनंद की ओर से प्रदेश के सभी बीएसए एवं बीईओ जारी पत्र में उन्होंने कहा है कि इस प्रकार की योजनाओं के संचालन में मुख्यमंत्री एवं शिक्षामंत्री की फोटो लगनी चाहिए।


अपने पत्र में स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने कहा है कि विभिन्न व्हाट्सएप ग्रुप में यह बात पकड़ में आई है कि वेबिनार, ऑनलाइन मीटिंग, समय सारिणी में राज्य स्तर के अधिकारियों की फोटो लग रही है, इस पर रोक लगनी चाहिए। शैक्षणिक सामग्री को व्यक्तिगत प्रचार, विज्ञापन का माध्यम न बनाया जाए। स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने कहा है कि किसी पोस्टर, बैनर, ब्रोशर आदि में फोटो लगानी है तो जिले में उत्कृष्ट काम कर रहे शिक्षकों की फोटो लगाएं। उन्होंने चेतावनी दी है कि शैक्षिक सामग्री अथवा किसी सामग्री का मुद्रण, क्रय शिक्षकों से चंदा करके किया गया तो इसकी जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

 
इन दिनों मिशन प्रेरणा को ई-पाठशाला व अन्य शैक्षिक गतिविधियों के प्रचार प्रसार के लिए पोस्टर, बैनर व पंफलेट लगाए जा रहे हैं। इसमें कई जगहों पर विभाग के अधिकारियों की तस्वीर भी है।


इसे महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने गंभीरता से लिया है। निर्देशित किया है कि सिर्फ मुख्यमंत्री या शिक्षामंत्री की तस्वीर प्रयोग में लाई जाए। किसी भी स्थिति में अधिकारियों की तस्वीर नहीं लगेंगी। यह भी निर्देशित हैं कि यदि किसी पोस्टर, बैनर में तस्वीर का प्रयोग करना हो तो उकृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों की फोटो लगाएं। शिक्षकों की सक्सेस स्टोरी, अभिनव प्रयोग की चर्चा भी की जाए जिससे अन्य शिक्षक प्रेरित हों। निर्देशों में यह भी कहा गया है कि शैक्षणिक सामग्री या किसी सामग्री का मुद्रण/क्रय शिक्षकों से चंदा एकत्रित कर किया गया है तो व्यक्तिगत उत्तरदायित्व निर्धारित कर कार्रवाई की जाएगी।
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