इण्टीग्रेटेड स्कीम फॉर स्कूली शिक्षा के अन्तर्गत ICT और डिजिटल इनिशिएटिव एवं इनोवेटिव प्रोग्राम फॉर मॉनीटरिंग के अन्तर्गत स्मार्ट क्लास सेटअप किये जाने के सम्बन्ध में

इण्टीग्रेटेड स्कीम फॉर स्कूली शिक्षा के अन्तर्गत ICT और डिजिटल इनिशिएटिव एवं इनोवेटिव प्रोग्राम फॉर मॉनीटरिंग के अन्तर्गत स्मार्ट क्लास सेटअप किये जाने के सम्बन्ध में

अब चलेंगी 30 हजार स्मार्ट क्लास, 25 हजार विद्यालयों में कक्षाएं चलाने को स्कूलों का चयन शुरू


◆ बेसिक शिक्षा विभाग का स्कूल भवनों का कायाकल्प के बाद पढ़ाई पर विशेष जोर

◆ प्रदेश के डेढ़ लाख विद्यालयों में से उच्च प्राथमिक स्कूलों में हाईटेक पढ़ाई होगी शुरू


लखनऊ : समग्र शिक्षा अभियान के तहत बेसिक शिक्षा परिषद के 30 हजार विद्यालयों में अब स्मार्ट कक्षाएं चलेंगी। इसका खाका खींचा जा रहा है, संबंधित विद्यालयों में इस संबंध में जरूरी कार्य पूरा करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। साथ ही 25 हजार विद्यालयों में अगले वर्ष से स्मार्ट कक्षाएं चलानी हैं उन विद्यालयों के चयन के लिए बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं।


प्रदेश सरकार डेढ़ लाख परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों का तेजी से कायाकल्प करा रही है। अधिकांश स्कूलों को 19 अवस्थापना सुविधाओं से लैस किया जा चुका है, जो कार्य शेष हैं उनकी समय सारिणी तय कर दी गई है। केंद्र सरकार ने डिजिटल पढ़ाई कराने के निर्देश दिए हैं, उसी के तहत स्मार्ट कक्षाएं चलाने की योजना बनाई गई। 2022-23 की वार्षिक कार्ययोजना में 18 हजार स्कूलों में स्मार्ट क्लास शुरू होनी हैं, जबकि 12 हजार से अधिक विद्यालय पहले से स्मार्ट कक्षाएं चला रहे हैं। इसके लिए उन स्कूलों ने व्यक्तिगत व सामूहिक सहभागिता के तहत इंतजाम किए थे।


राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद ने बेसिक शिक्षा अधिकारियों से स्कूलों की सूची किए जाएं। मांगी है। निर्देश है कि प्रस्तावित विद्यालयों का बीएसए व खंड शिक्षा अधिकारी निरीक्षण करें। वहां कक्ष का चिन्हांकन, विद्युतीकरण व सुरक्षा के उपाय पूरे किए जाएं। बीएसए अगले वर्ष के लिए 25 हजार उच्च प्राथमिक विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं चलाने के लिए एक माह में स्कूलों की सूची भेजें। इस कार्यक्रम के लिए हर जिले में जिला समन्वयक प्रशिक्षण को नोडल अधिकारी बनाया जाए। स्कूलों में सामूहिक सहभागिता के माध्यम से प्रोजेक्टर, स्मार्ट टीवी आदि इंतजाम किये जाएं।


कंपोजिट ग्रांट का 10 प्रतिशत धन स्वच्छता पर हो खर्च : निदेशक ने बीएसए को निर्देश दिया है कि कंपोजिट ग्रांट के रजिस्टर तैयार नहीं किए जा रहे हैं, ग्रांट की 10 प्रतिशत राशि स्वच्छता पर व्यय की जाए। व्यय विवरण दीवार पर पेंट कराने के निर्देशों का पालन हो। रंगाई पुताई भी मानक के अनुसार कराई जाए। स्कूलों में सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।


लोहे के दरवाजे और डबल इंटरलाक से होगी सुरक्षा

स्मार्ट क्लास के लिए विद्यालय कक्ष की मजबूत दीवार का उपयोग होगा। विद्यालय के गेट व कक्षों में सामान्य ताले की जगह सुरक्षा के लिए स्मार्ट क्लास वाली कक्षाओं में डबल लाक व लोहे के गेट और खिड़कियों में मजबूत ग्रिल अनिवार्य रूप से लगाने के निर्देश दिए गए हैं। ग्राम प्रधान व स्कूल परिसर के निकट रहने वाले ग्राम वासियों की सुरक्षा के लिए मदद ली जाएगी। रसोइया या शिक्षामित्र पड़ोस रहते हैं तो उनको जिम्मेदारी दी जाएगी।


इण्टीग्रेटेड स्कीम फॉर स्कूली शिक्षा के अन्तर्गत ICT और डिजिटल इनिशिएटिव एवं इनोवेटिव प्रोग्राम फॉर मॉनीटरिंग के अन्तर्गत स्मार्ट क्लास सेटअप किये जाने के सम्बन्ध में Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 6:50 PM Rating: 5

No comments:

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.