इस साल बेसिक शिक्षकों के अंतर्जनपदीय तबादले मुश्किल, सीएम योगी लेंगे आखिरी फैसला
इस साल बेसिक शिक्षकों के अंतर्जनपदीय तबादले मुश्किल, सीएम योगी लेंगे आखिरी फैसला
म्यूचुअल अंतर्जनपदीय तबादले के लिए पूरे वर्ष पोर्टल खुला रखने की नीति बना रहा विभाग
इस बार अंतर्जनपदीय तबादले नहीं, जिले के अंदर समायोजन और तबादले की तैयारी
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों के इस साल अंतरजनपदीय (एक जिले से दूसरे जिले में) तबादले नहीं किए जाएंगे। विभाग ने केवल जिले के अंदर ही एक स्कूल से दूसरे स्कूल में तबादले की नीति तैयार की है। परिषदीय शिक्षकों के अंतरजनपदीय तबादले 2019 में किए गए थे। जबकि जिलों के अंदर तबादला हुए काफी लंबा समय बीत गया है। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह ने बताया कि जिले के अंदर ही शिक्षकों के तबादले की नीति बनाकर मंजूरी के लिए सरकार को भेजी गई है। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद तबादला नीति के अनुसार स्थानांतरण के लिए आवेदन लिए जाएंगे।
इस शैक्षिक सत्र में परिषदीय शिक्षकों के अंतर्जनपदीय तबादले नहीं होंगे। इस सत्र में जिले के अंदर तबादले खोले जायेंगे। वहीं परस्पर यानी म्यूचुअल तबादले के लिए पूरे वर्ष आवेदन लिए जाएंगे।
इस शैक्षिक सत्र में परिषदीय शिक्षकों के अंतर्जनपदीय तबादले नहीं होंगे। इस सत्र में जिले के अंदर तबादले खोले जायेंगे। वहीं परस्पर यानी म्यूचुअल तबादले के लिए पूरे वर्ष आवेदन लिए जाएंगे। हालांकि अंतर्जनपदीय तबादले न करने संबंधी अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री लेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग में उच्च स्तरीय बैठक में अंतर्जनपदीय तबादले न करने पर सहमति बन गई है। मुख्यमंत्री की मंजूरी मिलने के बाद तबादला नीति के अनुसार ऑनलाइन आवेदन लिए जाएंगे। पिछले कई वर्षो से जिले के अंदर तबादले नही हुए हैं।
परस्पर यानी म्यूचुअल तबादले के लिए पूरे वर्ष पोर्टल खुला रहेगा।इसमें शिक्षकों को अनिवार्य आहर्ताओं से भी छूट दी जाएगी। इसकी नीति विभाग अलग से बना रहा हैं। इसमें यदि बलिया का शिक्षक बागपत तबादल चाहता है तो बागपत का एक शिक्षक भी बलिया स्थांनातरित होकर आयेगा। 2020 में पहली बार म्यूचुअल तबादले खोले गए थे और पहली बार साढ़े चार हजार से अधिक शिक्षकों को इसका लाभ मिला था। इस नीति के मार्फत शिक्षक को जब भी विकल्प मिले, आवेदन कर सकेगा।
पिछले पांच सालों में अंतर्जनपदीय तबादले दो बार किए गए हैं। ,2017- 18 और 2020 में तबादले किए गए थे। जिले के अंदर एक स्कूल से दूसरे स्कूल में तबादला हुए काफी लंबा समय बीत गया है।
लखनऊ : इस बार अंतर्जनपदीय तबादले नहीं, जिले के अंदर समायोजन और तबादले की तैयारी
मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद तबादला नीति के अनुसार स्थानांतरण के लिए आवेदन लिए जाएंगे। बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों के इस साल अंतर्जनपदीय (एक जिले से दूसरे जिले में) तबादले नहीं किए जाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने केवल जिले के अंदर ही एक स्कूल से दूसरे स्कूल में तबादले करने की नीति तैयार की है।
बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों के इस साल अंतर्जनपदीय (एक जिले से दूसरे जिले में) तबादले नहीं किए जाएंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने केवल जिले के अंदर ही एक स्कूल से दूसरे स्कूल में तबादले करने की नीति तैयार की है।
परिषदीय शिक्षकों के अंतर्जनपदीय तबादले 2019 में किए गए थे। जिले के अंदर एक स्कूल से दूसरे स्कूल में तबादला हुए काफी लंबा समय बीत गया है। विभाग ने जिले के अंदर शिक्षकों के तबादले करने की नीति बनाकर सरकार को प्रस्तुत की है। मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद तबादला नीति के अनुसार स्थानांतरण के लिए आवेदन लिए जाएंगे। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ की ओर से भी जिले के अंदर एक स्कूल से दूसरे स्कूल और ग्रामीण क्षेत्र से शहरी क्षेत्र में तबादले करने की मांग की जा रही है।
इनका कहना है
अंतर्जनपदीय तबादले नहीं किए जाएंगे, जिले के अंदर ही शिक्षकों के तबादले करने की नीति बनाकर मंजूरी के लिए भेजी गई है।
संदीप सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)
इस साल बेसिक शिक्षकों के अंतर्जनपदीय तबादले मुश्किल, सीएम योगी लेंगे आखिरी फैसला
Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2
on
5:17 AM
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