शैक्षिक सत्र 2025-26 में निःशुल्क यूनीफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा तथा स्टेशनरी क्रय से सम्बन्धित धनराशि डी०बी०टी० के माध्यम से सीधे छात्र-छात्राओं के माता/पिता/अभिभावकों के खाते में हस्तांतरित कराये जाने के सम्बन्ध में।

साढ़े सात लाख बच्चों को ड्रेस और बैग का पैसा जल्द


22 नवंबर 2025
लखनऊ । परिषदीय प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्कूलों में पढ़ रहे साढ़े सात लाख बच्चों को जल्द ड्रेस, स्वेटर, जूता-मोजा व बैग इत्यादि की धनराशि भेजी जाएगी। जिलों में इन बच्चों के अभिभावकों के आधार कार्ड व बैंक खाते के सत्यापन का कार्य पूरा कर लिया गया है। हफ्ते भर में दो चरणों में इन बच्चों के अभिभावकों के खाते में 1200-1200 रुपये की धनरााशि भेजी जाएगी।

परिषदीय स्कूलों में पढ़ रहे कुल 1.40 करोड़ विद्यार्थियों में अभी तक 1.23 करोड़छात्रोंके अभिभावकों के बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से धनराशि भेजी गई है। बाकी बचे विद्यार्थियों में साढ़े सात लाख छात्रों का सत्यापनका काम पूरा कर लिया गया है। जिलों में अभिभावकों की ओर से आधार कार्ड व बैंक खाते की जानकारी दिए जाने में देरी हुई। तमाम अभिभावक ऐसे थे जिनके बैंक खाते आधार नंबर से लिंक नहीं थे।

 शिक्षकों ने घर-घर जाकर इन अभिभावकों के बैंक खातेको आधार कार्डसे जुड़वाया। इसके बाद जिला स्तर पर सूची बनाकर बेसिक शिक्षा निदेशालय को भेजी गई और उसका ऑनलाइन सत्यापन कराया गया। अभी 10 लाख विद्यार्थी ऐसे बचे हैं जिनके अभिभावकों ने जो आधार कार्ड व बैंक खाते की जानकारी दी है, वह सही नहीं है।



23 लाख अवशेष बच्चों को एक सप्ताह में मिलेगी DBT के जरिए यूनिफार्म की राशि

अपर मुख्य सचिव ने डीबीटी की दिक्कतों के जल्द समाधान के दिए निर्देश

04 नवंबर 2025
लखनऊ। बेसिक शिक्षा विभाग ने ठंड से पहले परिषदीय विद्यालयों के सभी बच्चों को यूनिफार्म से युक्त करने की कवायद तेज कर दी है। इसके तहत अब तक डीबीटी से छूटे 23 लाख बच्चों को अगले एक सप्ताह में यूनिफार्म की राशि भेजने के कड़े निर्देश दिए गए हैं जिससे कोई भी बच्चा बिना स्वेटर व जूते के स्कूल आने के लिए न मजबूर हो।

बेसिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा राज्य परियोजना निदेशालय में डीबीटी की समीक्षा की। इसमें परिषदीय और मान्यता प्राप्त, अनुदानित विद्यालयों के बच्चों को डीबीटी की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि छूटे हुए छात्रों को जल्द डीबीटी का लाभ दिया जाए। इसमें आधार की वजह से कोई भी बच्चा वंचित न होने पाए। उन्होंने इसके लिए रास्ता निकालने और जल्द से जल्द भुगतान के निर्देश दिए।

जिन बच्चों के आधार नहीं बने हैं उनके लिए यूडीएआई से अलग से प्रयास किए जाएंगे। हालांकि, यह राहत सिर्फ इसी सत्र के लिए दी गई है। इससे 23 लाख छात्रों को अगले एक सप्ताह में भुगतान कर दिया जाएगा। इसके बाद भी लगभग 14 लाख बच्चे छूटे हैं जिनके पास आधार नहीं है। इसके लिए भी विभाग रास्ता निकाल रहा है।

प्रति छात्र 1200 रुपये दिए जाते हैं
परिषदीय विद्यालयों में पढ़ने वाले 1.50 करोड़ बच्चों को विभाग 1200 रुपये प्रति छात्र डीबीटी ड्रेस, बैग, जूता-मोजा, स्वेटर आदि के लिए देता है। पहले चरण में 1.40 करोड़ बच्चों को डीबीटी किया जा चुका है। आधार न बने होने, आधार खाते से सीडेड होने से अब भी लगभग 37 लाख बच्चे इससे वंचित चल रहे हैं।




शैक्षिक सत्र 2025-26 में निःशुल्क यूनीफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा तथा स्टेशनरी क्रय से सम्बन्धित धनराशि डी०बी०टी० के माध्यम से सीधे छात्र-छात्राओं के माता/पिता/अभिभावकों के खाते में हस्तांतरित कराये जाने के सम्बन्ध में

शैक्षिक सत्र 2025-26 में निःशुल्क यूनीफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा तथा स्टेशनरी क्रय से सम्बन्धित धनराशि डी०बी०टी० के माध्यम से सीधे छात्र-छात्राओं के माता/पिता/अभिभावकों के खाते में हस्तांतरित कराये जाने के सम्बन्ध में। Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 8:04 AM Rating: 5

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