दिसंबर में प्रस्तावित 'निपुण विद्यालय आकलन' स्थगित, दिनांक 15 जनवरी से 15 मार्च 2026 के मध्य निर्धारित होंगी आकलन की नई तिथियां

दिसंबर में प्रस्तावित 'निपुण विद्यालय आकलन' स्थगित, दिनांक 15 जनवरी से 15 मार्च 2026 के मध्य निर्धारित  होंगी आकलन की नई तिथियां 







एसआईआर व  छमाही परीक्षा के कारण बदली निपुण आकलन की तिथि, अब 15 जनवरी से 15 मार्च के बीच प्रस्तावित, जल्द इसके लिए निर्देश होंगे जारी 

23 नवंबर 2025
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में कक्षा एक व दो के बच्चों का चार दिसंबर से होने वाला निपुण आकलन फिलहाल आगे बढ़ा दिया गया। एसआईआर की चल रही प्रक्रिया व 28 नवंबर से विद्यालयों में होने वाली परीक्षा को देखते हुए इसे अब 15 जनवरी से 15 मार्च के बीच प्रस्तावित किया गया है। जल्द ही इसके लिए निर्देश जारी किए जाएंगे।

बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से पूर्व में चार दिसंबर से डीएलएड प्रशिक्षुओं से निपुण आकलन कराए जाने के निर्देश जारी किए गए थे। हाल ही में अपर मुख्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा की ओर से सीडीओ के साथ की गई बैठक में बताया गया कि प्रस्तावित आकलन अब 15 जनवरी से 15 मार्च के बीच किया जाएगा। इसके लिए डायट प्राचार्य 25 नवंबर को राज्य परियोजना कार्यालय को उपलब्ध कराएंगे।

एसआरजी द्वारा डायट में 30 नवंबर तक डीएलएड प्रशिक्षुओं को इसके लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि वर्तमान शैक्षिक सत्र में शत-प्रतिशत विद्यालयों का निपुण आकलन कराया जाएगा। निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से इसके लिए बच्चों को नियमित अभ्यास कराया जाए। वहीं पहले चरण में पिछले साल के निपुण विद्यालयों व दो या इससे अधिक शिक्षक वाले विद्यालयों का आकलन किया जाएगा। 




परिषदीय विद्यालयों में निपुण मूल्यांकन चार दिसंबर से, कक्षा एक व दो के बच्चों के भाषा व अंक ज्ञान का होगा मूल्यांकन

20 नवंबर 2025
लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में इस सत्र में दिसंबर और फरवरी में निपुण मूल्यांकन कराया जाएगा। इसकी शुरुआत चार दिसंबर से होगी। इसके तहत डीएलएड प्रशिक्षु कक्षा एक व दो में पढ़ने वाले बच्चों के भाषाई व अंक ज्ञान का मूल्यांकन निपुण लक्ष्य एप पर ऑनलाइन करेंगे।

बेसिक शिक्षा विभाग ने मूल्यांकन करने वाले विद्यालयों की सूची जारी करते हुए कहा है कि डीएलएड प्रशिक्षुओं की तैनाती इस तरह की जाए कि दिसंबर में सभी विद्यालयों का मूल्यांकन हो जाए। जिस दिन विद्यालय में आकलन होगा उस दिन शत-प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति होनी चाहिए। दो डीएलएड प्रशिक्षु संयुक्त रूप से हर दिन दो परिषदीय, कंपोजिट विद्यालयों का मूल्यांकन करेंगे। हर प्रशिक्षु एक विद्यालय के 24 छात्र-छात्राओं का आकलन करेगा।

महानिदेशक स्कूल शिक्षा मोनिका रानी ने बताया कि डीएलएड प्रशिक्षुओं को अपने स्मार्टफोन या टैबलेट से मूल्यांकन करना होगा। इसमें बच्चों की फोटो के साथ उनके जवाब भी दिए जाएंगे। निपुण विद्यालय आकलन के लिए हर डीएलएड प्रशिक्षु को प्रति विद्यालय प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।उन्होंने सभी बीएसए को समय से मूल्यांकन पूरा कराने के निर्देश दिए हैं। मूल्यांकन की निगरानी विद्या समीक्षा केंद्र से भी की जाएगी।

निपुण विद्यालय के ये हैं मानक
महानिदेशक ने बताया कि भाषा व गणित में निर्धारित प्रश्नों में 75 फीसदी सही उत्तर देने पर विद्यार्थी निपुण, विद्यालय में 80 फीसदी से ज्यादा छात्रों के निपुण होने पर उसे निपुण विद्यालय घोषित किया जाएगा। 80 फीसदी विद्यालयों के निपुण होने पर निपुण ब्लॉक घोषित होगा। आकलन के बाद निपुण सम्मान दिवस का आयोजन कर शिक्षकों को सम्मानित भी किया जाएगा।



डीएलएड प्रशिक्षु एप से फिर करेंगे निपुण मूल्यांकन

लखनऊः निपुण भारत मिशन को मजबूती देने के लिए प्रदेश में इस वर्ष भी डीएलएड प्रशिक्षुओं के माध्यम से निपुण मूल्यांकन कराया जाएगा। इसके तहत कक्षा एक और दो के बच्चों की भाषा व गणित को सीखने-समझने की दक्षताओं का परीक्षण निपुण लक्ष्य एप के माध्यम से किया जाएगा। 

यह आकलन दिसंबर और अगले वर्ष फरवरी में दो चरणों में होगा। समग्र शिक्षा के राज्य परियोजना कार्यालय ने चार दिसंबर से आकलन शुरू कराने के आदेश जारी कर दिए हैं और सभी डायट प्राचार्यों और बीएसए को 25 नवंबर तक डीएलएड प्रशिक्षुओं का रोस्टर बनाकर भेजने के निर्देश दिए गए हैं।

प्रत्येक डीएलएड प्रशिक्षु को प्रतिदिन दो विद्यालयों का आकलन करना होगा जिसमें प्रत्येक विद्यालय से 24 बच्चे होंगे। इनमें कक्षा एक के 12 और कक्षा दो के 12 बच्चे शामिल होंगे। यदि किसी विद्यालय में बच्चों की संख्या 24 से कम है, तो सभी का आकलन किया जाएगा। डीएलएड प्रशिक्षु अपने मोबाइल फोन या टैबलेट से आकलन करेंगे। आकलन प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए एप में कई तकनीकी सुरक्षा उपाय भी जोड़े गए हैं।


डीएलएड प्रशिक्षुओं की मदद से होगा निपुण आकलन, कक्षा 1-2 के बच्चों का सीखने का स्तर परखने के लिए  दिसंबर से शुरू होगा आकलन

प्रयागराज। निपुण भारत मिशन को और मजबूत बनाने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने नया फैसला लिया है। कक्षा 1 और 2 के बच्चों के सीखने के स्तर का पता लगाने के लिए इस वर्ष भी 'निपुण विद्यालय आकलन' डीएलएड प्रशिक्षुओं की मदद से कराया जाएगा। इसका उद्देश्य है कि बच्चों की पढ़ने-लिखने और गणित समझने की क्षमता को बेहतर किया जा सके।

महानिदेशक, स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय की राज्य परियोजना निदेशक मोनिका रानी की ओर से जारी पत्र के अनुसार यह आकलन दिसंबर और फरवरी 2026 में आयोजित होगा। इसके लिए आवश्यक दक्षताओं की सूची सभी विद्यालयों को भेज दी गई है। डीएलएड प्रशिक्षु  दिसंबर से विद्यालयों में जाकर बच्चों का आकलन करेंगे।



दिसंबर में प्रस्तावित 'निपुण विद्यालय आकलन' स्थगित, दिनांक 15 जनवरी से 15 मार्च 2026 के मध्य निर्धारित होंगी आकलन की नई तिथियां Reviewed by प्राइमरी का मास्टर 2 on 8:02 AM Rating: 5

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