यूपीटीईटी 2015 में रहा फर्जी अभ्यर्थियों का बोलबाला, परीक्षा नियामक की ड्योढ़ी तक पहुंचे फर्जी अभ्यर्थी, नियामक प्राधिकारी का शांतिपूर्वक परीक्षा का दावा
📌 दो अभ्यर्थियों ने केंद्र व्यवस्थापक पर परीक्षा न देने का लगाया आरोप, जांच में दोनों का पंजीकरण नंबर एक ही मिला, पुलिस आने से पहले भागे
📌 सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी उप्र नीना श्रीवास्तव ने प्रदेश भर के करीब डेढ़ हजार केंद्रों पर यूपी टीईटी 2015 परीक्षा सकुशल और शांतिपूर्वक संपन्न होने का दावा किया। बताया कि करीब 96 फीसद परीक्षार्थी शामिल हुए। प्रथम पाली उच्च प्राथमिक स्तर के लिए छह लाख 71 हजार 796 एवं द्वितीय पाली प्राथमिक स्तर के लिए दो लाख 58 हजार 372 समेत कुल नौ लाख 30 हजार 168 परीक्षार्थियों ने आवेदन किया था।
इलाहाबाद : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा 2015 में फर्जी अभ्यर्थियों का बोलबाला रहा। यही नहीं, हद तो तब हो गई जब दो फर्जी अभ्यर्थी परीक्षा नियामक प्राधिकारी दफ्तर तक पहुंच गए। दोनों ने केंद्र व्यवस्थापक पर परीक्षा में न बैठने देने का आरोप लगाया। जांच में दोनों फर्जी निकले और पुलिस के आने से पहले ही कार्यालय से वह भाग निकले।
मंगलवार सुबह टीईटी 2015 परीक्षा की पहली पाली शुरू होने से पहले ही सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में दो युवक पहुंचे और सचिव नीना श्रीवास्तव को बताया कि उन्हें परीक्षा देने से रोका गया है। सचिव ने दोनों को बैठाया और उनके प्रवेश पत्रों की जांच शुरू करा दी। अरविंद कुमार नामक युवक का पंजीकरण नंबर 6800013654 एवं अनुक्रमांक 3520703428 रहा और उसे करेली इंटर कालेज पांच मिशन रोड करेली इलाहाबाद में परीक्षा देनी थी। ऐसे ही दूसरे युवक का नाम अंकित शुक्ल पंजीकरण नंबर 3500129160 एवं अनुक्रमांक 3520703428 रहा और उसे संत अकादमी स्कूल एंड कालेज मिशन रोड हनुमानगंज में परीक्षा देनी थी। जांच में दोनों के पंजीकरण नंबर तो अलग थे, लेकिन अनुक्रमांक एक ही होने पर फर्जी होने की पुष्टि हो गई।
कार्यालय ने सारे रिकॉर्ड जांचने के बाद उनसे कहा कि वह कुछ देर बैठे अभी बताते हैं। इसी बीच पुलिस बुलाने की तैयारी शुरू हुई, इसकी भनक दोनों को लगते ही वह मौके से भाग निकले। सचिव श्रीवास्तव ने बताया कि जांच में दोनों फर्जी पाए गए। उनके भाग जाने से थाने में मुकदमा नहीं दर्ज कराया गया है।
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