शिक्षकों को नई पेंशन पर निर्देश, विधान परिषद में शून्य काल के दौरान उठा था मुद्दा
राज्य मुख्यालय। शिक्षकों को नई पेंशन योजना लागू करने
के मामले में विधान परिषद के सभापति ओम प्रकाश शर्मा ने राज्य सरकार के
कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। विधान परिषद में शून्य काल के दौरान शिक्षक
दल ने वर्ष 2005 के बाद नियुक्त शिक्षक, कर्मचारियों को नई पेंशन योजना का
लाभ नहीं दिए जाने का मामला उठाया। ‘हिन्दुस्तान’ ने 3 फरवरी को शिक्षकों
और कर्मचारियों की पेंशन कटौती न होने का मुद्दा प्रमुखता से उठाया था।
इसकी गूंज सोमवार को विधान परिषद में सुनाई दी। शिक्षक दल के जगवीर किशोर
जैन ने कहा कि प्रदेश के 50 फीसदी शिक्षकों के वेतन से 10 फीसदी कटौती नहीं
की जा रही है और न सरकार की ओर से 10 फीसदी हिस्सा जमा हो रहा है। शिक्षक
दल के सदस्यों ने कहा कि सरकार के इस रवैये से हजारों शिक्षक परिवार के
प्रति चिंतित हैं।
नेता सदन अहमद हसन ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि सरकार शिक्षकों, कर्मचारियों के हितों को लेकर संवेदनशील है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले पर बातचीत कर इसे आगे बढ़ाया जाएगा। सभापति ओम प्रकाश शर्मा ने शिक्षकों के मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले को सरकार के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
नेता सदन अहमद हसन ने मामले को गंभीर बताते हुए कहा कि सरकार शिक्षकों, कर्मचारियों के हितों को लेकर संवेदनशील है। उन्होंने आश्वासन दिया कि मामले पर बातचीत कर इसे आगे बढ़ाया जाएगा। सभापति ओम प्रकाश शर्मा ने शिक्षकों के मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले को सरकार के समक्ष प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
शिक्षकों को नई पेंशन पर निर्देश, विधान परिषद में शून्य काल के दौरान उठा था मुद्दा
Reviewed by Brijesh Shrivastava
on
8:00 AM
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