बीटीसी 2015 में प्रवेश अधर में, सत्र को पटरी पर लाने को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कर रहे जतन, अप्रैल में ही काउंसिलिंग कराने की थी तैयारी, शासन से अनुमोदन न मिलने से प्रक्रिया ठप्प

इलाहाबाद : शिक्षक बनने के लिए बीटीसी 2015 में दाखिला पाने का इंतजार लंबा होता जा रहा है। पहले अप्रैल में ही काउंसिलिंग शुरू कराने की तैयारी थी, जिसे बढ़ाकर मई के प्रथम सप्ताह में किया गया, लेकिन अब तक शासन का अनुमोदन न मिलने से प्रक्रिया की जहां की तहां ठप है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से यह दावा जरूर किया जा रहा है कि काउंसिलिंग मई में ही हर हाल में शुरू कराई जाएगी।

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) व निजी बीटीसी कॉलेजों में इधर सत्र विलंब से चल रहा है। तमाम प्रयासों के बाद भी उसे पटरी पर नहीं लाया जा सका। अफसरों के सभी प्रयास असफल होने पर सर्वोच्च न्यायालय ने बीटीसी का सत्र नियमित करने की पहल की।

कोर्ट ने बाकायदे कब आवेदन लिया जाए और कब से पढ़ाई शुरू हो इसका कार्यक्रम भी भेजा। उसी के अनुरूप बीटीसी 2015 की काउंसिलिंग पहले अप्रैल से शुरू कराने की तैयारी थी, लेकिन टीईटी के कारण उसमें विलंब हुआ। हालांकि परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से मई में काउंसिलिंग कराने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। उसका अनुमोदन होने की इन दिनों राह देखी जा रही है, ताकि पढ़ाई का तय शेड्यूल न बिगड़ने पाए।

दरअसल बीटीसी सत्र को नियमित करने के लिए शीर्ष कोर्ट ने बाबा शिवनाथ सिंह शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान बनाम नेशनल काउंसिलिंग फॉर टीचर एजूकेशन व अन्य के संबद्ध 10 अन्य याचिकाओं की सुनवाई करते हुए आठ सितंबर 2015 को आदेश दिया कि बीटीसी 2015 का सत्र 22 सितंबर 2016 से शुरू किया जाएगा। इसके लिए आवेदन लेने की प्रक्रिया की संभावित माह अप्रैल 2016 तय की गई, ताकि सारी सीटें जुलाई तक भर ली जाएं।

बीटीसी 2015 में प्रवेश अधर में, सत्र को पटरी पर लाने को परीक्षा नियामक प्राधिकारी कर रहे जतन, अप्रैल में ही काउंसिलिंग कराने की थी तैयारी, शासन से अनुमोदन न मिलने से प्रक्रिया ठप्प Reviewed by प्रवीण त्रिवेदी on 6:08 AM Rating: 5

No comments:

Contact Form

Name

Email *

Message *

Powered by Blogger.